इंदौर (मध्य प्रदेश): जिले में लोकसभा चुनावों का मतदान खत्म होने से कुछ देर पहले भाजपा के 60 वर्षीय कार्यकर्ता की हत्या के आरोप में पुलिस ने स्थानीय कांग्रेस नेता को गिरफ्तार किया है। इसके बाद वारदात को लेकर दोनों धुर विरोधी दलों के बीच राजनीतिक जंग तेज हो गई है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) रुचिवर्धन मिश्रा ने मंगलवार को बताया कि इंदौर से करीब 20 किलोमीटर दूर पालिया गांव में नेमीचंद तंवर (60) की हत्या के मामले में अरुण शर्मा को सोमवार देर रात पकड़ा गया। इस आपराधिक मामले में शर्मा के दो बेटे-पंकज और नवीन- फरार हैं जिनकी तलाश की जा रही है।
मिश्रा ने बताया, "मामले की जांच से पता चला है कि तंवर पर शर्मा के बेटे पंकज ने रविवार शाम साढ़े पांच बजे के आस-पास गोली चलाई जिससे उनकी मौत हो गई।" भाजपा का आरोप है कि राजनीतिक रंजिश के तहत तंवर की इसलिए हत्या की गई क्योंकि उसके कार्यकर्ता ने रविवार को शर्मा के सामने खुलकर कहा था कि उन्होंने भाजपा को वोट दिया है।
इस बारे में पूछे जाने पर एसएसपी ने कहा, "मामले में यह बात जरूर सामने आई है कि लोकसभा चुनावों के मतदान के दौरान दोनों पक्षों के बीच किसी दल विशेष को वोट देने की बात को लेकर विवाद हुआ था। लेकिन, फिलहाल इस नतीजे पर नहीं पहुंचा जा सकता कि केवल इसी बात को लेकर हत्याकांड को अंजाम दिया गया, क्योंकि दोनों पक्षों के बीच पुराना विवाद भी था।"
उन्होंने बताया कि पुलिस तमाम पहलुओं पर मामले की विस्तृत जांच कर रही है। इस बीच, भाजपा नेता और सांवेर के पूर्व विधायक राजेश सोनकर ने संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि सूबे के स्वास्थ्य मंत्री तुलसीराम सिलावट ने पुलिस से साठ-गांठ कर हातोद थाने में अरुण शर्मा का "आत्मसमर्पण" कराया। सिलावट विधानसभा में सांवेर क्षेत्र की नुमाइंदगी करते हैं और तंवर हत्याकांड से जुड़ा पालिया गांव इसी क्षेत्र के तहत आता है।
सोनकर ने कहा, "पुलिस भाजपा कार्यकर्ता नेमीचंद तंवर के हत्याकांड के मामले में निष्पक्ष कदम उठाने के बजाय सत्तारूढ़ कांग्रेस और सूबे के स्वास्थ्य मंत्री की भाषा बोल रही है। सांवेर के भाजपा कार्यकर्ताओं को पुलिस सुरक्षा प्रदान की जानी चाहिये क्योंकि हमें डर है कि लोकसभा चुनावों का परिणाम आने के बाद सिलावट के इशारे पर उनके साथ कोई अप्रिय घटना हो सकती है।"
भाजपा ने सांवेर के करीब 10 पार्टी कार्यकर्ताओं को मीडिया के सामने पेश भी किया। इनमें से तीन लोगों ने आरोप लगाये कि सिलावट ने सांवेर क्षेत्र में रविवार को लोकसभा चुनावों के मतदान के दौरान भाजपा के पक्ष में काम करने पर उन्हें धमकाया और "देख लेने" की धमकी दी।
वहीं, स्वास्थ्य मंत्री तुलसीराम सिलावट ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा, "तंवर की हत्या के मामले से मैं भी दु:खी हूं। पालिया गांव के दो पक्षों के आपसी विवाद में हुई इस हत्या को बेवजह राजनीतिक रंग देते हुए भाजपा मुझ पर बेबुनियाद आरोप लगा रही है।"