देहरादून: उत्तराखंड पुलिस ने कथित रूप से एक करोड़ रुपये के नोटों से भरे एक बैग को लूटने के आरोप में एक कांग्रेस नेता और तीन पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस महानिदेशक (कानून व व्यवस्था) अशोक कुमार ने कहा कि सभी चारों को मंगलवार रात को गिरफ्तार किया गया, जिनकी पहचान कांग्रेस नेता अनुपम शर्मा, सब इंस्टपेक्टर दिनेश नेगी, कांस्टेबल मनोज अधिकारी, पुलिस ड्राइवर हिमांशु उपाध्याय के रूप में हुई है।
चारों पर विभिन्न आरोपों समेत प्रॉपर्टी डीलर अनुरोध पनवर को लूटने के आरोप लगाए गए हैं, जिसके पास एक काले थैले में कथित रूप से एक करोड़ रुपया था। घटना 4 अप्रैल की है। पनवर ने शुरुआत में जांच अधिकारी को कहा था कि पैसे का प्रयोग उत्तराखंड में 11 अप्रैल को होने वाले चुनाव के लिए किया जाना था।
प्रारंभिक जांच से पता चला कि पनवर जोकि अपनी कार में पैसे को ले जा रहा था, उसे 4 अप्रैल की रात को पुलिसकर्मियों के एक समूह ने रोका। चुनाव उद्देश्यों के लिए कालेधन की तलाशी के नाम पर तीनों पुलिसकर्मियों ने पनवर का बैग जब्त कर लिया। पुलिसकर्मियों ने पनवर को धमकाया और उसे वहां से भाग जाने के लिए कहा।
2-3 दिनों के बाद, पनवर ने पैसे के बारे में पता लगाना शुरू किया और विभिन्न पुलिस स्टेशनों के चक्कर लगाए। हालांकि कोई सूचना नहीं मिलने के बाद, पनवर ने एक एफआईआर दर्ज कराई और पूरी घटना के बारे में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को सूचित कर दिया।
कुमार ने कहा कि उन्होंने रिद्धिम अग्रवाल की अगुवाई में विशेष कार्य बल(एसआईटी) को जांच सौंप दी थी। एक सप्ताह की जांच के बाद, एसआईटी ने चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
कुमार ने कहा, "तीनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। उन्हें संभवत: सेवा से हटाया जा सकता है, क्योंकि यह मामला पुलिस विभाग के लिए शर्मिदगी का विषय है।" उन्होंने कहा, "हमारी जांच अभी भी जारी है। हम फिर चारों से पूछताछ करेंगे।" इसी बीच भाजपा ने चुनाव में कालेधन के प्रयोग को लेकर कांग्रेस की आलोचना की है। भाजपा के एक प्रदेश प्रवक्ता ने कहा, "पहले दिन से, हमें रिपोर्ट मिल रही है कि कांग्रेस राज्य में कालेधन का प्रयोग कर रही है।"