जम्मू। कांग्रेस ने यूरोपीय संघ के सांसदों से पूर्व अनुमति के बिना मुलाकात करने के लिए जम्मू कश्मीर में अपने तीन नेताओं को बुधवार को कारण बताओ नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा हैं। पूर्व मंत्री और विधायक उस्मान माजिद, प्रदेश महासचिव चन्नी सिंह और प्रवक्ता फारूक अंद्राबी ने श्रीनगर में ईयू प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की।
जम्मू कश्मीर प्रदेश कांग्रेस समिति (जेकेपीसीसी) अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर ने कहा, 'पार्टी ने बिना पूर्व अनुमिति के ईयू के संसदीय प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात करने वाले अपने नेताओं को कारण बताओ नोटिस जारी कर एक सप्ताह के भीतर स्थिति स्पष्ट करने को कहा है।'
बताया जा रहा है कि माजिद को प्रतिनिधिमंडल के साथ रात्रि भोज के लिए एक दूतावास की तरफ से कथित निमंत्रण मिला था और उन्होंने उसमें आधिकारिक रूप से भाग नहीं लिया। इसी तरह सिंह एक सिख अल्पसंख्यक फोरम के प्रतिनिधिमंडल के साथ गए थे और अंद्राबी ने पत्रकार के तौर पर प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की थी।
मीर ने कहा, 'उन्हें जाना नहीं चाहिए था क्योंकि वे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी भी हैं।' उन्होंने बताया कि उन्हें कारण बताओ नोटिस में यह स्पष्ट करने के लिए कहा गया है कि उन्होंने (नेताओं ने) किस हैसियत से प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। प्रदेश पार्टी प्रमुख ने कहा कि कांग्रेस के पास प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात करने के लिए सरकार की ओर से कोई आधिकारिक सूचना नहीं थी। कांग्रेस ने राहुल गांधी समेत भारतीय सांसदों को मंजूरी देने के बजाय कश्मीर में ईयू सांसदों की यात्रा को मंजूरी देने के लिए भाजपा सरकार की आलोचना की है।