चंडीगढ़. पंजाब से शुरू हुआ किसान संगठनों का आंदोलन हरियाणा के कई हिस्सों में भी फैल चुका है, जिसका फायदा राज्य में कांग्रेस पार्टी उठाना चाहती है। कांग्रेस लगातार खट्टर सरकार को समर्थन करने वाले गैर BJP विधायकों पर सरकार से हटने का दबाव बना रही है। अब राज्य के पूर्व सीएम और हरियाणा में कांग्रेस पार्टी का चेहरा भूपिंदर सिंह हुड्डा ने बड़ा बयान दिया है। हुड्डा ने सोमवार को कहा कि कांग्रेस ने राज्य विधानसभा में भाजपा-जेजेपी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया है।
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कांग्रेस नेता ने दावा किया कि दो निर्दलीय विधायक जो हरियाणा सरकार का समर्थन कर रहे थे, उन्होंने अपना समर्थन वापस ले लिया है। हुड्डा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, "हम सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे क्योंकि इस सरकार ने लोगों और विधायकों का विश्वास खो दिया है। सरकार का समर्थन कर रहे दो निर्दलीय विधायकों ने अपना समर्थन वापस ले लिया है। गठबंधन के कुछ विधायकों ने कहा कि यह सबसे भ्रष्ट सरकार है।"
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उन्होंने आगे कि जब हम मनोहर लाल खट्टर सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे, तब हम सबको इस बात का पता चल जाएगा कि कौन किसके साथ खड़ा है। आपको बता दें कि हरियाणा के पूर्व सीएम भूपिंदर सिंह हुड्डा का ये बयान उनके द्वारा गर्वनर हाउस तक निकाले गए मार्च के कई दिन बाद आया है। हुड्डा ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए विधानसभा के विशेष सत्र की मांग की है। हरियाणा विधानसभा का बजट सत्र 5 मार्च से शुरू हो रहा है।
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आपको बता दें कि दिल्ली की सीमाओं पर कई किसान संगठन पिछले साल नवंबर से केंद्र सरकार द्वारा लाए गए नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं। कांग्रेस और कई विपक्षी दल इस किसान संगठनों के आंदोलन का समर्थन कर चुके हैं। सोमवार को कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी किसान आंदोलन के समर्थन में अपने निर्वाचन क्षेत्र में एक ट्रैक्टर रैली में शामिल हुए और उन्होंने कहा कि कृषि एकमात्र व्यवसाय है जिसका संबंध ‘भारत माता’ से है। उन्होंने लोगों का आह्वान किया कि वे सरकार को तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए ‘मजबूर’ करें जिन्हें भाजपा नीत केंद्र सरकार ने लागू किया है।