नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामले करीब 60 हजार के करीब पहुंच चुके हैं। भारत में पहला केस रिपोर्ट होने के बाद अगले 30 दिन अपेक्षाकृत शांत रहे। इसके बाद केस की संख्या में धीमी बढ़ोतरी हुई। पहले 50 दिन में भारत में 200 से कम पॉजिटिव केस थे। अप्रैल के शुरू से केसों ने बढ़ने की रफ्तार पकड़ी, और मई के शूरूआती दिनों में भारत में हर दिन 2,000 से ज्यादा केस रिपोर्ट हो रहे थे जो अब पिछले 3-4 दिनों में 3000 से अधिक हो गए हैं।
कोरोना वायरस महामारी का भारत में आज 9 मई को 100वां दिन है। 30 जनवरी को केरल के तृश्शूर में चीन के वुहान से एक मेडिकल छात्र लौटा और उसने बुखार और गले में सूजन की शिकायत की। इस छात्र का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया। ये भारत का पहला केस था। अब हर दिन 3,000 से ज्यादा केस रिपोर्ट हो रहे हैं।
तेजी से बढ़ते मामलों ने यह सवाल खड़ा कर दिया हे कि कहीं भारत में कम्यूनिटी ट्रांसमिशन तो नहीं शुरू हो गया? इसे देखते हुए इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने देश के करीब 75 जिलों में जहां कोविड-19 के ज्यादातर मामले हैं, स्टडी शुरू करने की योजना बना रहा है ताकि पता लगाया जा सके कि कहीं इन जिलों में कम्यूनिटी ट्रांसमिशन तो शुरू नहीं हो गई है।
ये सभी 75 जिले रेड जोन का हिस्सा हैं। इसमें दिल्ली के सभी जिले, मुंबई, पुणे, ठाणे, आगरा, अहमदाबाद जैसे क्षेत्र शामिल हैं। उदाहरण के तौर पर अकेले मुंबई में 12 हजार से ज्यादा केस हैं। दिल्ली में 6 हजार से ज्यादा तो अहमदाबाद में 5 हजार प्लस केस हैं। पुणे और ठाणे में 2 हजार से ज्यादा केस हैं। इंदौर में 1700 से ज्यादा, जयपुर में एक हजार से ज्यादा, जोधपुर और सूरत में 800-800 से ज्यादा और आगरा में 700 से ज्यादा कोरोना केस हैं।
इस बीच पिछले 24 घंटे के दौरान देश में कोरोना वायरस के 3320 नए मामले दर्ज किए गए हैं जबकि 1307 लोग ठीक हुए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक शनिवार सुबह तक देशभर में कुल कोरोना वायरस मामलों की संख्या बढ़कर 59662 हो गई है।
इन मामलों में 17846 मामले ऐसे भी हैं जो कोरोना वायरस को हराकर पूरी तरह ठीक हो गए हैं, हालांकि यह जानलेवा वायरस देशभर में अबतक 1981 लोगों की जान भी ले चुका है। शुक्रवार सुबह तक देशभर में कुल कोरोना वायरस मामलों की संख्या 56342 और ठीक होने वालों की संख्या 16539 थी।