नई दिल्ली: उत्तर भारत में कंपकपाने वाली सर्दी का सितम जारी है। सर्दी से परेशान उत्तर भारत के लिए अभी चार दिनों तक राहत मिलने के दूर दूर तक आसार नहीं है। कश्मीर से लेकर उत्तर प्रदेश और बिहार तक शीतलहर का कहर टूटने वाला है। कश्मीर में चिल्लियां कलां शुरू हो चुका है। यानी कि चालीस दिन जमकर सर्दी पड़ने वाली है। इसकी शुरुआत बर्फबारी ने कर दी लेकिन पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी ने मैदानी इलाकों को ठिठुरने पर मजबूर कर दिया है।
दिल्ली में तापमान का हर दिन नया रिकॉर्ड बन रहा है। इस साल का दिसंबर 25 सालों का सर्द महीना रहा है और हर दिन तापमान में रिकॉर्ड गिरावट आ रही है। ऊपर से शीतलहर और कोहरे की मार ने ठंड के सितम को असहनीय बना दिया है। कुछ ऐसा ही हाल काशी का भी है। काशी का गंगा तट हर सूर्योदय के वक्त सैलनियों और श्रद्धालुओं से गुलजार रहता है लेकिन ठंड की वजह से वो रौनक नहीं रही। काशी का न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है।
नवाबों का शहर लखनऊ भी शीतलहर की चपेट में है। यहां न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच चुका है लेकिन इसे हम ठंड का महज ट्रेलर भर कहें तो गलत नहीं होगा। आगे संकट विकट है। दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा में शीतलहर चलेगी और तापमान में भारी गिरावट दर्ज की जा सकती है। दिल्ली में ठंड के सारे रिकॉर्ड तोड़ने का अनुमान है। 25 दिसंबर-27 दिसंबर तक ऐसे ही हालात रहेंगे।
हरियाणा और पंजाब के विभिन्न हिस्सों में शीतलहर सोमवार को भी जारी रही। दोनों राज्यों में हरियाणा का नारनौल सबसे ठंडा रहा जहां पारा 1.7 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने यहां बताया कि नारनौल में न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री नीचे रहा। बठिंडा 4.4 डिग्री न्यूनतम तापमान के साथ पंजाब में सबसे ठंडा स्थान रहा।
हरियाणा में सिरसा 5.3, रोहतक 7, भिवानी 6.1, हिसार 6.8, करनाल 7.5 और अंबाला 6.9 डिग्री सेल्सियस के साथ रात बहुत सर्द रही। पंजाब में अमृतसर 5, गुरदासपुर 5, फरीदकोट 5.5, लुधियाना 7.7 और पटियाला 7.7 डिग्री सेल्सियस के साथ रात बहुत सर्द रही।
आदमपुर और पठानकोट में रात का तापमान क्रमश 8.9 और 8.6 रहा जो सामान्य के आसपास रहा। दोनों राज्यों की राजधानी चंडीगढ़ में न्यूनतम तापमान 9.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अधिकारी ने बताया कि चंडीगढ़ समेत इन दोनों राज्यों में ज्यादातर स्थानों पर कोहरे के कारण दृश्यता कम रही।