चेन्नई। भारतीय तटरक्षक बल की योजना अपने बेड़े में 16 उन्नत हल्के हेलीकाप्टर और 50 पोत शामिल करने की है ताकि 2025 तक उसके पास 200 पोत और 100 विमान हो सकें। तटरक्षक बल के महानिदेशक कृष्णस्वामी नटराजन ने गुरुवार को कहा, ‘‘ आज हमारे पास विभिन्न भारतीय शिपयार्डों में निर्माणाधीन 50 पोत हैं और उसके अलावा हमारे 16 उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर एमके 3 एचएएल, बेंगलुरु में तैयार हो रहे हैं।"
चेन्नई तट से लगभग 50 समुद्री मील की दूरी पर भारत-जापान संयुक्त अभ्यास "सहयोग-काइजिन" के 19 वें संस्करण के बाद उन्होंने कहा कि दोहरे इंजन वाले पहले हेलीकॉप्टर के मार्च 2020 तक बेड़े में शामिल होने की उम्मीद है। नटराजन ने कहा कि तटरक्षक बल ने महत्वपूर्ण प्रगति की है और अभी उसके पास 145 पोत और 62 विमान हैं। उन्होंने कहा कि तटरक्षक बल का बजट लगभग 1,000 करोड़ रुपये था जो अब राजस्व और पूंजी दोनों मामलों में 5,000 करोड़ रुपये से अधिक का हो गया है। उन्होंने कहा, "हम 14 दोहरे इंजन वाले भारी हेलीकॉप्टर और 6 बहुद्देश्यीय विमान प्राप्त करने की प्रक्रिया में हैं, जो हमारे विशेष आर्थिक क्षेत्र में निगरानी बनाए रख सकेंगे।’’
भारतीय तटरक्षक दुनिया की चौथी सबसे बड़ी तटीय सुरक्षा एजेंसी है। बल ने मुख्य भूमि पर 36 और द्वीपों पर 10 तटीय निगरानी रडार नेटवर्क स्थापित किए हैं जिनसे संदिग्ध पोतों पर नजर रखी जा सकती है। उन्होंने कहा कि हमारी नजर 2025 तक बेड़े में पोतों और विमानों की संख्या क्रमश: 200 और 100 करने की है। संयुक्त अभ्यास का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इस साल भारत आने की जापानी तटरक्षक बल की बारी थी ताकि दोनों देशों के बीच के संबंधों को और मजबूत बनाया जा सके। अमेरिका के बाद जापान का तटरक्षक बल दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा बल है।