कोलकाता: केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शनिवार को अवैध खनन और कोयले की चोरी के मामले में ईस्ट कोलफील्ड्स लिमिटेड (ईसीएल) के दो महाप्रबंधकों के परिसरों सहित चार राज्यों में 45 स्थानों पर तलाशी ली। इस बीच एक चौंकाने वाली खबर आई है कि तलाशी के बीच ईसीएल के एक सुरक्षा अधिकारी की उसके निवास पर मौत हो गई है। मृतक धनंजय रॉय पश्चिम बंगाल के पश्चिम बर्धमान जिले के रानीगंज में कुनुस्तोरिया क्षेत्र में सरकारी कंपनी में एक सुरक्षा निरीक्षक (सिक्योरिटी इंस्पेक्टर) के तौर पर तैनात था।
ईसीएल अध्यक्ष के सचिव नीलाद्रि रॉय ने कहा कि जब सीबीआई द्वारा तलाशी अभियान आज (शनिवार) सुबह चलाया जा रहा था, तब रॉय बीमार महसूस कर रहे थे। ईसीएल में एक इंटक ट्रेड लीडर हरेराम सिंह ने कहा, "सीबीआई की पूछताछ के दौरान वह बीमार महसूस करने लगे और उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।"
केंद्रीय जांच ब्यूरो की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा के अधिकारियों द्वारा मैराथन सर्च ऑपरेशन किया गया था। अधिकारियों ने चार राज्यों के विभिन्न जिलों में 45 स्थानों पर छापेमारी की। इस ऑपरेशन में अधिकारियों को 22 टीमों में विभाजित किया गया था। सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
सीबीआई के एक सूत्र ने बताया कि एजेंसी ने पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के 45 स्थानों पर ईसीएल के दो महाप्रबंधकों के परिसरों पर तलाशी ली, जिनमें से एक सुरक्षा प्रमुख अनूप मांझी उर्फ लाला शामिल है, जो कथित रूप से अवैध खनन और ईसीएल से कोयले की चोरी में शामिल था।
सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई अधिकारियों ने बर्दवान जिले के आसनसोल, दुगार्पुर और रानीगंज में अनूप मांझी उर्फ लाला के कार्यालय और घरों के साथ ही कोलकाता के दक्षिण 24-परगना जिले के बिश्नुपुर में भी छापा मारा।
उन्होंने कोलकाता के शेक्सपियर सरानी, सीआईटी रोड, साल्ट लेक और अन्य स्थानों पर भी तलाशी अभियान चलाया। शनिवार को पश्चिम बंगाल में 30 विभिन्न स्थानों पर छापे मारे गए।
एजेंसी ने शुक्रवार को मांझी और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था, जिसमें ईसीएल के कुछ कर्मचारी और अन्य केंद्र सरकार के कार्यालय शामिल थे। यह आरोप लगाया गया है कि कुनुस्तोरिया और कजोरा इलाके में ईसीएल की लीजहोल्ड खदानों से कोयले की चोरी में मांझी शामिल था।
सूत्रों ने कहा कि सीबीआई की तलाशी में मांझी के सहयोगियों के कुछ घरों में भी छापे मारे गए। इससे पहले, सीबीआई ने पश्चिम बंगाल में सक्रिय एक पशु तस्करी रैकेट का भी भंडाफोड़ किया था और मुर्शिदाबाद जिले के रहने वाले उसके कथित किंगपिन इनामुल हक को गिरफ्तार किया था।