भोपाल: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज प्रदेश के आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय 10,000 रुपये और सहायिकाओं का मानदेय 5,000 रुपये महीने करने की घोषणा की है। चौहान ने यह भी घोषणा की कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की सेवानिवृत्ति की आयु भी शासकीय कर्मचारियों के समान 62 वर्ष की जाएगी और उन्हें यात्रा भत्ता भी दिया जाएगा।
इससे प्रदेश में पोषण अभियान में जुड़ी करीब 1.80 लाख आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को फायदा होगा। हालांकि, चौहान ने यह नहीं बताया कि यह कब से लागू होगा। वर्तमान में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय 5,000 और सहायिकाओं का मानदेय 2,500 रुपए है। इस मानदेय में 60 फीसदी राशि केंद्र सरकार की और शेष राशि मध्यप्रदेश सरकार मिलाती है।
मुख्यमंत्री निवास पर यहां आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के लिए पोषण अभियान पर आयोजित उन्मुखीकरण कार्यशाला को संबोधित करते हुए चौहान ने कहा, ‘‘प्रदेश में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय 10,000 रुपये और सहायिकाओं का मानदेय 5,000 रुपये महीने होगा। साथ ही उनकी सेवानिवृत्ति की आयु भी शासकीय कर्मचारियों के समान 62 वर्ष की जाएगी। उन्हें यात्रा भत्ता भी दिया जाएगा।’’
उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्ति के बाद आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को एक लाख रुपए और आंगनबाडी सहायिकाओं को 75,000 रुपये भी दिए जाएंगे। यदि आकस्मिक रुप से उनकी मृत्यु हो जाती है तो उनके परिवार को दो लाख की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
चौहान ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं से आग्रह किया कि वे आंगनबाड़ी का उत्कृष्ट प्रबंधन करें और कुपोषण मुक्त मध्यप्रदेश बनाने में पूरी मेहनत से काम करें। चौहान ने कहा कि किसी भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका को बिना जांच किए नहीं हटाया जाएगा। यदि आंगनबाड़ी सहायिका द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के रूप में चयन के लिए आवेदन किया जाता है तो उन्हें वरीयता दी जाएगी।