पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुंबई में BMC द्वारा पटना के नगर पुलिस अधीक्षक (SP City) बिनय तिवारी को जबरन क्वारंटाइन किए जाने की पूरी जानकारी बिहार के DGP गुप्तेश्वर पांडेय से ली। मुंख्यमंत्री ने खुद गुप्तेश्वर पांडेय को फोन किया और पूरा मामला समझा। दोनों के बीच फोन पर 20 मिनट तक बात हुई। इस दौरान गुप्तेश्वर पांडेय CM ने सीएम नीतीश कुमार को पूरे घटनाक्रम की विस्तृत जानकारी दी।
इससे पहले बिहार के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने मुंबई पहुंचे आईपीएस ऑफिसर बिनय तिवारी को जबरन को क्वारंटाइन करने का आरोप बीएमसी पर लगाया था। गुप्तेश्वर पांडे ने ट्वीट कर कहा था कि बीएमसी अधिकारियों द्वारा आज 11:00 बजे मुंबई पहुंचे आईपीएस ऑफिसर बिनय तिवारी को जबरन को क्वारंटाइन किया गया है। बिनय तिवारी पटना से मुंबई गए थे। गुप्तेश्वर पांडे ने कहा कि बिनय तिवारी को आईपीएस मैस की सुविधा भी मुहैया नहीं कराई गई। उन्हें गोरेगांव के गेस्ट हाउस में रखा गया है।
मामले में मीडिया से बात करते हुए बिहार के DGP गुप्तेश्वर पांडेय ने कहा, “इस पर अब हमें कुछ नहीं बोलना है, जो बोलना है वो हमने ट्वीट कर दिया है। हम वहां के DGP से बात करने की कोशिश कर रहे हैं, जो हालात हैं आप लोग देख रहे हैं। अब बोलने को क्या रह गया है। हम आज अपने अधिकारियों के साथ बैठक कर आगे की रणनीति तय करेंगे।”
पटना के सिटी SP बिनय तिवारी को क्वारंटाइन किये जाने पर बिहार पुलिस ने आपत्ति जताई। बिहार पुलिस के अनुसार, बिनय तिवारी को इस तरह से क्वारंटाइन करना गलत है। जिस फ्लाइट से बिनय तिवारी मुंबई गए, उसी फ्लाइट से गये अन्य व्यक्तियों को क्यों नहीं क्वारंटाइन किया गया। पटना पुलिस के 4 लोगों की टीम जो पहले से वहां काम कर रही थी, उनको क्वारंटाइन क्यों नहीं किया गया था।
बता दें कि बिहार पुलिस ने बिनय तिवारी के मुम्बई जाने की जानकारी पत्र के जरिये मुम्बई पुलिस को दी गयी थी लेकिन उस वक्त बिहार पुलिस को उन्हें क्वारंटाइन करने से जुड़ी कोई जानकारी नहीं दी गई थी। ऐसे में बिहार पुलिस इसे लेकर भी आपत्ति जता रही है। बिहार पुलिस के अनुसार, बिनय तिवारी के एयरपोर्ट पर क्वारंटाइन वाली स्टैंम नहीं लगाई गई।