भोपाल: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के गाय पर किए गए ट्वीट पर प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री कमलनाथ ने ट्विटर पर ही जवाब दिया। जवाबी ट्वीट में मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि गाय उनके लिए सियासत का मुद्दा नहीं है। इतनी ही नहीं मुख्यमंत्री ने शुक्रवार की शाम लगातार चार ट्वीट किए और विस्तार से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के ट्वीट का जवाब दिया। सभी ट्वीट “ऑफिस ऑफ कमल नाम” ट्विटर हैंडल से किए गए हैं।
पहले दो ट्वीट्स में लिखा गया कि “प्रिय @digvijaya_28 जी , आपने भोपाल- इंदौर हाईवे पर बैठी, दुर्घटना का शिकार हो रही गौमाता का ज़िक्र किया। इनको लेकर सरकार को कुछ करना चाहिए तो आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि मैंने अभी कुछ दिनो पूर्व ही प्रदेश के सभी प्रमुख मार्गों पर, जहाँ बरसात के मौसम में खेतो की मिट्टी गीली होने की वजह से गौमाता सड़कों पर आकर बैठती है और वाहन दुर्घटना का शिकार होती है, उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता जताते हुए अधिकारियों को एक कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिये है।"
इसके आगे ट्वीट में लिखा गया कि “1000 गौशालाओं का निर्माण कार्य भी प्रगति पर है। अगले वर्ष तक 3000 गौशालाएँ बनाने का लक्ष्य है। गौशाला बनने के बाद ही गौमाता के सड़कों पर बैठने पर कमी आयेगी। मैं इसको लेकर ख़ुद चिंतित हुँ। हम प्रमुख शहरों को आवारा पशु मुक्त बनाने की योजना पर भी काम कर रहे है। यह भी सच है कि हमारे लिये गौमाता सिसायत नहीं आस्था और गौरव का प्रतीक है। गौमाता की रक्षा और संवर्धन के लिये जो कार्य वर्षों में नहीं हो पाये है, वह हम करना चाहते है।”
बता दें कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने दिग्विजय सिंह के उस ट्वीट का जवाब दिया है, जिसमें उन्होंने आवार गायों को लेकर सवाल उठाए हुए राज्य सरकार को सलाह दी थी। दिग्विजय सिंह ने कहा था कि “यह चित्र है भोपाल-इंदौर हायवे का, जहा आवारा गऊ माता बैठी रहती हैं और लगभग हर दिन एक्सीडेंट में मर जाती हैं। कहं हैं हमारे गौ माता प्रेमी गौ रक्षक? मप्र शासन को तत्काल इन आवार गौ माता को सड़कों से हटाकर गौ अभ्यरण या गौ शालाओं में भेजना चाहिये।"
उन्होंने कहा कि "यदि कमल नाथ जी आपने तत्काल ऐसा कर के दिखा दिया तो आप सच्चे गौ भक्तों में गिने जायेंगे और कथित भाजपाई नेताओं को नसीहत मिलेगी।"