नई दिल्ली: काफी लंबे इंतजार के बाद आज दिल्ली के लोगों को सिग्नेचर ब्रिज का तोहफा मिल जाएगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल रविवार शाम 4 बजे सिग्नेचर ब्रिज का उद्घाटन करेंगे। इस मौके पर उनके साथ सूबे के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया भी मौजूद रहेंगे। माना जा रहा है कि इस ब्रिज के खुलने के बाद उत्तर और उत्तरपूर्वी दिल्ली के लोगों को ट्रैफिक जाम से काफी हद तक छुटकारा मिलेगा। इसके साथ ही दिल्ली से लोनी और गाजियाबाद जाने में कम समय लगेगा और इसमें आधे घंटे तक की बचत होगी।
सिग्नेचर ब्रिज में क्या है खास
इस ब्रिज की ऊंचाई 251 मीटर और कुल लंबाई लगभग 700 मीटर है। ब्रिज की चौड़ाई 35.2 मीटर है और इसपर 4+4 लेन हैं। ब्रिज पर 19 स्टे केबल्स लगाई गई हैं और 154 मीटर की ऊंचाई पर एक ग्लास बॉक्स भी लगाया गया है, जहां से पूरी दिल्ली का टॉप व्यू दिखेगा। इस ब्रिज पर कई सेल्फी स्पॉट भी होंगे, साथ ही 50 लोगों की क्षमता वाली 4 लिफ्ट भी लगी होंगी। इस ब्रिज के निर्माण में 1500 करोड़ रुपये से भी ज्यादा खर्च हुए हैं। बार-बार डेडलाइन बदलने से ब्रिज के खर्चों में बढ़ोतरी होती गई। इस ब्रिज की योजना 13 साल पहले बनी थी और इसे 2010 के कॉमनवेल्थ गेम्स तक तैयार होना था।
राजनीति भी हुई शुरू
इस बब्रिज को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट करके भाजपा पर ब्रिज का काम रुकवाने की कोशिश का आरोप लगाकर हमला बोला है। वहीं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने ट्वीट कर कहा है, ‘कल 3 बजे मैं अपने क्षेत्र में सिग्नेचर ब्रिज पर रहूंगा, जब बेल पर रिहा दिल्ली के मुख्यमंत्री हरियाणा घूम कर ओपनिंग करने आएंगे तो उनको रिसीव करूंगा,सांसद हूं भाई। ये 675 मीटर के पूल बनाने को 15 साल और 1500 करोड़ रुपये लग गया काफी शर्मनाक बात है। ये पुल पब्लिक के लिए बहुत ज़रूरी है।‘ ऐसे में 4 बजे होने वाले सिग्नेचर ब्रिज के उद्घाटन के मौके पर राजनीतिक दिलचस्प राजनीतिक मुकाबला देखने को मिल सकता है।