जम्मू कश्मीर में हताश आतंकी लगातार सुरक्षाबलों पर हमले कर रहे हैं। बीत 12 घंटों के भीतर आतंकियों ने दूसरे हमले को अंजाम दिया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बारामूला इलाके में आतंकियों के एक ग्रेनेड हमले में 6 नागरिक घायल हो गए हैं। बताया जा रहा है कि आतंकवादियों ने एक आर्मी वाहन पर ग्रेनेड फेंका था। लेकिन निशाना चूक गया और वाहन को नुकसान पहुंचाने के बजाय बम सड़क पर फट गया। घायल का इलाज स्थानीय होस्पिटल में किया जा रहा है।
बता दें कि बारामुला जिले के सोपोर में पुलिस पोस्ट पर अचानक आतंकियों ने ग्रेनेड फेंक दिया। घटना करीब रात 2 बजे की है। गनीमत यह रही कि इस हमले में कोई घायल या हताहत नहीं हुआ है।
बता दें कि रविवार को श्रीनगर के पंथा चौक में हुए आतंकी हमले में तीन आतंकी ढेर हो गए थे वहीं एक एएसआई शहीद हो गए थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार आतंकियों ने शनिवार रात को श्रीनगर के पंथाचौक में पुलिस तथा सीआरपीएफ के संयुक्त नाके पर हमला किया। मोटर साइकिल पर सवार होकर आए तीन आतंकियों ने एक दम स फायरिंग की और मौके से भाग गए। हमले के बाद इलाके में अतिरिक्त जवानों ने आतंकियों को घेर लिया गया।
जानकारी के अनुसार रात को सीआरपीएफ तथा पुलिस की सयुक्त टीम ने पंथाचौक इलाके में नाका लगाया हुआ था। नाके पर वाहनों की जांच की जा रही थी। इस दौरान एक मोटर साइकिल पर सवार होकर तीन हमलावर आए। उन्होंने आते ही जवानों पर फायरिंग शुरू कर दी। इस तरफ से जवानों की तरफ से कार्रवाई की गई। जिसके बाद आतंकी मौके से भाग गए। उनका पीछा किया गया। एक मोहल्ले में आतंकियों को घेर लिया गया। आईएएसआई बाबू राम जो पहले गंभीर रूप से घायल थे, ने श्रीनगर में सेना के 92 बेस अस्पताल में दम तोड़ दिया।
मारे गए तीन आतंकियों की पहचान हो गई है। इसमें साकिब अहमद खांडे, उमर तारिक भट, जुबैर अहमद शेख शामिल है। सभी द्रंगबल, पंपोर के निवासी हैं। इनके पास से सुरक्षाबलों को एक एके 47 रायफल, एक पिस्तौल बरामद हुई है।
तीन दिनों में 10 आतंकी ढेर
सुरक्षा बलों ने पिछले तीन दिनों में तीन अलग-अलग मुठभेड़ों में 10 आतंकवादियों को मार गिराया है। एक मुठभेड़ के दौरान एक आतंकवादी को जिंदा भी पकड़ा गया था। सुरक्षा बलों के लिए यह बहुत सफल सप्ताह रहा है क्योंकि मारे गए आतंकवादियों की कुल संख्या 156 हो गई है, जबकि इन अभियानों में 30 शीर्ष कमांडर मारे गए हैं। साल भर से ऑपरेशन ऑल आउट जारी है और राजनीतिक कार्यकर्ताओं की हत्याओं के बाद सुरक्षा बलों द्वारा और भी ऑपरेशन किए गए हैं।