गुवाहाटी: नागरिकता संशोधन विधेयक पर दिल्ली में लिए गए फैसले का असम सहित पूर्वोत्तर राज्यों में जबरदस्त विरोध हो रहा है। दिल्ली की संसद में नागरिकता बिल पर बहस जारी है लेकिन इस बिल के खिलाफ पूरा असम सुलग रहा है। नागरिकता बिल पर गुवाहाटी से लेकर डिब्रूगढ़ और अगरतला में गदर मचा हुआ है। बड़ी संख्या में लोग बिल के विरोध में सड़कों पर उतरे हैं। गुवाहाटी में सचिवालय के करीब प्रदर्शन उग्र होता देख पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे हैं। पुलिस लगातार रबड़ बुलेट भी दाग रही है।
इस बीच कई ट्रेनों को या तो रद्द कर दिया गया है, या फिर उनके रास्ते बदल दिए गए हैं। कई ट्रेनों के टाइम-टेबल में भी बदलाव किया गया है। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुभानन चंदा ने एक बयान में कहा कि कम से कम 14 ट्रेनों को या तो रद्द कर दिया गया है या गंतव्य स्थान से पहले ही रोक दिया गया है या फिर ट्रेन परिचालन में बाधा को देखते हुए उनके रास्ते बदल दिए गए हैं।
फिलहाल, गुवाहाटी में सचिवालय के करीब अफरातफरी का माहौल है। डिब्रूगढ़ में हालात को काबू में करने के लिए सेना को बुलाना पड़ा है। इधर केंद्र सरकार ने नॉर्थ ईस्ट में बिगड़ते हालात को देखते हुए 5 हजार अर्धसैनिक बलों को भेजने का आदेश दिया है।
बता दें कि नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ असम में व्यापक बंद के एक दिन बाद अब बुधवार को कई जगह ताजा विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। राज्यसभा में बुधवार को इस विधेयक पर चर्चा-बहस होने जा रही है। पुलिस ने बताया कि स्थिति पर काबू पाने के लिए डिब्रूगढ़ में पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर रबड़ की गोलियां चलाई और लाठीचार्ज भी किया। उन्होंने बताया कि डिब्रूगढ़ शहर में एक पॉलिटेक्निक संस्थान के निकट प्रदर्शकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे।
प्रदर्शनकारियों द्वारा की जा रही पत्थरबाजी में एक पत्रकार भी घायल हो गया। हालांकि बुधवार को किसी भी संगठन ने बंद नहीं बुलाया है। जोरहाट, गोलाघाट, डिब्रूगढ़, तिनसूकिया, शिवसागर, बोंगाईगांव, नगांव, सोनीतपुर और कई अन्य जिलों में सुबह लोग बड़ी संख्या में सड़कों पर निकले। अधिकारियों ने बताया कि सड़कों पर टायर जलाए गए हैं। वाहनों और ट्रेन की आवाजाही रोकने के लिए सड़कों और पटरियों पर लकड़ियों के कुन्दे रख दिए गए हैं।
डिब्रूगढ़ में चौलखोवा में रेलवे पटरियों और सड़कों से प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए लाठीचार्ज भी किया। जिले के मोरन में प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया गया और रबड़ की गोलियां चलाई गई।