नई दिल्ली। राजधानी नई दिल्ली के दरियागंज में चल रहा प्रदर्शन हिंसक रूप ले चुका है। यहां प्रदर्शनकारियों ने न सिर्फ पुलिसकर्मियों पर पत्थर बरसाए बल्कि एक वाहन में आग भी लगा दी। राष्ट्रीय राजधानी में दिनभर हुए शांतिपूर्ण प्रदर्शन के बाद आगजनी की यह पहली घटना है। पुलिस ने पुरानी दिल्ली से जंतर मंतर की ओर मार्च का प्रयास कर रहे प्रदर्शनकारियों के विशाल समूह पर पानी की बौछारें कीं और लाठीचार्ज भी किया। पुलिस ने उन्हें दिल्ली गेट पर ही रोक दिया।
दिल्ली पुलिस ने कहा कि संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ दिल्ली गेट पर प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में ‘बाहरी’ लोग शामिल थे। दिल्ली पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी मनदीप सिंह रंधावा ने कहा, ‘‘हमने हल्का बल प्रयोग किया और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया, प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज नहीं हुआ और न ही आंसू गैस के गोले दागे। हमारे कई कर्मी घायल हुए हैं। कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है।’’ उन्होंने कहा कि असामाजिक तत्वों ने एक निजी कार को आग लगा दिया। जांच जारी है।
दिल्ली मेट्रो के 17 स्टेशनों के प्रवेश एवं निकास द्वार बंद
दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के विरोध में प्रदर्शनों में भाग लेने जा रहे लोगों की आवाजाही नियंत्रित करने के लिहाज से राजीव चौक सहित कुल 17 स्टेशनों के प्रवेश और निकास द्वारा शुक्रवार को बंद कर दिए। डीएमआरसी ने ट्वीट किया है, कश्मीरी गेट, केन्द्रीय सचिवालय, मंडी हाउस और राजीव चौक मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए गए हैं। हालांकि इन स्टेशनों पर यात्रियों को ट्रेन बदलने की सुविधा उपलब्ध होगी।
डीएमआरसी ने ट्वीट किया है कि कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन के तीन और चार नंबर गेट खोल दिए गए हैं। इसके अलावा, जनपथ, प्रगति मैदान और खान मार्केट के भी प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए गए हैं। डीएमआरसी ने बताया कि जौहरी एन्क्लेव, शिव विहार और दिलशाद गार्डन मेट्रो स्टेशन भी बंद कर दिए गए हैं।
डीएमआरसी ने ट्वीट किया है, ‘‘285 मेट्रो स्टेशनों में से वायलेट लाइन पर चावड़ी बाजार, लाल किला, जामा मस्जिद और दिल्ली गेट, पिंक लाइन पर जाफराबाद और मौजपुर-बाबरपुर तथा मजेंटा लाइन पर जामिया मिल्लिया इस्लामिया स्टेशनों को सुरक्षा एजेंसियों के निर्देश पर बंद कर दिया गया है।’’ कुल 17 मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश और निकास द्वार बंद किए गए हैं।