कोलकाता: पश्चिम बंगाल में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हिंसक विरोध-प्रदर्शन रविवार को भी जारी है। प्रदर्शनकारियों पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अपील का भी असर होता हुआ दिखाई नहीं दे रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन हिंसक प्रदर्शनों के चलते पश्चिम बंगाल के कम से कम 4 जिलों में हालात बेहद खराब हैं। कानून का विरोध कर रहे लोगों ने बड़ी संख्या में ट्रेनों और बसों को नुकसान पहुंचाया है। विरोध-प्रदर्शनों के चलते लंबी दूरी की लगभग 30 ट्रेनों को रद्द कर दिया है।
ममता ने कही कड़ी कार्रवाई की बात
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ राज्य में विभिन्न स्थानों पर हिंसक प्रदर्शन और तोड़फोड़ करने वालों को शनिवार को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी थी। बनर्जी ने लोगों से शांति बनाये रखने और लोकतांत्रिक तरीके से प्रदर्शन करने की अपील की थी। हालांकि प्रदर्शनकारियों पर ममता की अपील का कोई असर नहीं हुआ। वहीं दूसरी तरफ विपक्षी पार्टियों ने तृणमूल कांग्रेस सरकार पर स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कुछ नहीं करने और राज्य को जलने देने का आरोप लगाया है।
यात्रा कर रहे हजारों लोग फंसे, लूटपाट भी हुई
पश्चिम बंगाल में यात्रा कर रहे हजारों मुसाफिर फंस गए हैं क्योंकि कई जगहों पर नेशनल और स्टेट हाइवे को भी प्रदर्शनाकारियों ने अपने निशाने पर लिया है। कई लोकल ट्रेनों को भी कैंसिल कर दिया गया है जबकि कई को बीच में ही रोकना पड़ा है। प्रदर्शनकारियों ने बड़ी संख्या में लंबी दूरी की बसों और सिटी बसों को भी आग के हवाले किया है। इस बीच कुछ जगहों पर प्रदर्शनकारियों द्वारा यात्रियों से लूटपाट की खबरें भी सामने आ रही हैं। कई जगहों पर रेलवे स्टेशनों को भी आग के हवाले कर दिया गया है।