नई दिल्ली/पटना: लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) अध्यक्ष चिराग पासवान को NDA और सहयोगी दलों की बैठक के लिए आमंत्रित किया गया था। संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद पटेल ने उन्हें इस संबंध में चिट्ठी भेजी थी। लेकिन, उनके बैठक में शामिल होने को लेकर JDU ने ऐतराज जताया और फिर हुआ यह कि चिराग पासवान बैठक में शामिल नहीं हुए। चिराग पासवान ने तबीयत खराब होने का हवाला देते हुए बैठक से किनारा कर लिया।
हालांकि, कल तक चिराग पासवान बिल्कुल ठीक थे और एलजेपी की तरफ से बताया जा रहा था कि वह एनडीए बैठक में शामिल होंगे लेकिन आज तबीयत खराब होने का हवाला देते हुए वीडियो कान्फ्रेंसिंग बैठक में मौजूद नहीं रहने की बात बताई गई। ऐसे में सवाल है कि क्या JDU के दबाव के चलते चिराग पासवान ने तबीयत खराब होने का "बहाना " बनाकर वीडियो कान्फ्रेंसिंग बैठक से दूरी बनाई?
सूत्रों ने बताया कि JDU का कहना है कि जब पीएम और बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष सार्वजनिक तौर पर बोल चुके हैं कि बिहार एनडीए में नीतीश कुमार के नेतृत्व में सिर्फ़ चार दल हैं, तो जाहिर है उसमें एलजेपी नहीं है। अब ऐसा तो है नहीं कि एलजेपी नागालैंड और मणिपुर कोटा से एनडीए बैठक में बुलाया जाए। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, JDU नहीं चाहती कि एनडीए बैठक में एलजेपी आए या केंद्रीय मंत्रिमंडल में एलजेपी की तरफ से चिराग पासवान को जगह मिले।
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा चुनाव में LJP ने JDU पर खूब निशाना साधा था। दोनों दलों के बीच चुनावों के दौरान बहुत तनाव देखने को मिला था। LJP ने विधानसभा चुनाव भी NDA से अलग होकर लड़ा था लेकिन चिराग पासवान लगातार पीएम मोदी को ही अपना नेता बताते रहे थे। हालांकि, वह JDU और तत्कालीन JDU अध्यक्ष तथा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एकदम खिलाफ थे। उन्होंने किसी भी हालत में JDU को समर्थन देने से भी इनकार किया था।