नई दिल्ली: चीन के वैज्ञानिकों की गलती की वजह से धरती पर भयंकर तबाही आने वाला है। चीनी स्पेस स्टेशन धरती की तरफ बढ़ रहा है और वो इसी महीने में कभी भी गिर सकता है। अब तक वैज्ञानिक ये पता नहीं कर पाए हैं कि ये स्पेस स्टेशन धरती के किस हिस्से पर गिरेगा इसलिए दुनिया भर के देशों को चिंता सता रही है क्योंकि ये जहां भी गिरेगा वहां तबाही होगी। ये आग का गोला बन कर धरती पर गिरेगा। दरअसल चीनी स्पेस स्टेशन तियानगॉन्ग मार्च 2016 को चीनी वैज्ञानिकों के कंट्रोल से बाहर चला गया था। उन्होंने इसे रिलोकेट करने की कोशिश की लेकिन विफल रहे। अब ये खबर आई है कि वो धरती पर गिरने वाला है।
चीनी स्पेस स्टेशन के गिरने से क्या तबाही मचने वाली है, कितना नुकसान होने वाला है, ये कहां गिरेगा, कब गिरेगा, जमीन पर गिरेगा या समंदर में। इन सवालों पर सोशल मीडिया में तरह-तरह के दावे किए जा रहे हैं। सोशल मीडिया में चीनी स्पेस स्टेशन शियेंगॉन्ग-वन को लेकर कई दावे किए जा रहे हैं। फेसबुक, यूट्यूब और ट्वीटर पर इसे आसमान से आ रही आफत बताया जा रहा है। साथ ही इसके गिरने से भयंकर तबाही की आंशका जताई जा रही है। दावा ये किया जा रहा है कि चीनी वैज्ञानिकों की गलती की वजह से दुनिया में महाविनाश का खतरा मंडरा रहा है।
वायरल खबरों के मुताबिक ये स्पेस स्टेशन साढ़े आठ टन का है और ये धरती पर एक बडा सा आग का गोला की तरह गिरने वाला है। ये जहां गिरेगा वहां सबकुछ नेस्तनाबूद हो जाएगा। दावा ये भी किया जा रहा है कि स्पेस स्टेशन अगर धरती से टकराया तो इसका असर सैकड़ों किलोमीटर लम्बे हिस्से में हो सकता है। सबसे बड़ी बात ये है कि स्पेस स्टेशन में भारी मात्रा में 'हाइड्रोजीन' गैस है जो न केवल ज़हरीली है, बल्कि ज्वलनशील भी है, जिसका फैलना बड़ी तबाही ला सकता है।
सोशल मीडिया में बताया जा रहा है कि चीनी स्पेस स्टेशन इसी महीने धरती पर गिरने जा रहा है लेकिन चिंता की बात यह है कि वैज्ञानिक अभी तक यह पता लगाने में नाकाम रहे हैं कि यह स्टेशन आखिर धरती के किस हिस्से पर गिरेगा। इस वजह से दुनिया भर के देशों के लिए यह चिंता का विषय बन गया है। दावा ये भी किया जा रहा है कि धरती के वातावरण में आने के बाद अगर यह किसी संवेदनशील या रिहायशी इलाके में गिरता है कि जानमाल का बड़ा नुकसान हो सकता है। इतना ही नहीं कुछ लोग ये दावा कर रहे हैं कि स्पेस स्टेशन के गिरने का खतरा सबसे ज्यादा अमेरिका, स्पेन, इटली और टर्की पर है जबकि हिंदुस्तान में ऐसे भी लोग हैं जो ये दावा कर रहे हैं ये भारत में भी गिर सकता है और बड़ी तबाही मचा सकता है।