लद्दाख में भारत और चीन के बीच एलएसी पर जारी तनाव के बीच शनिवार को दोनों देश के बीच कमांडर स्तर की चर्चा हुई। इस बैठक के अच्छे परिणाम आते दिख रहे हैं। चीन ने आज एक आधिकारिक बयान में कहा है कि दोनों पक्षों में इस बात पर सहमति बनी कि हालात को और बिगड़ने नहीं दिया जाए। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने कहा कि दोनों देश सीमा पर शांति और स्थायित्व बनाये रखने के लिए भी सहमत हुए हैं।
बता दें कि भारत और चीन के सैन्य कमांडर स्तर की वार्ता शनिवार को चुशुल-मोल्डो इलाके में हुई थी। यह बैठक करीब 6 घंटे तक चली थी। हालांकि इस बैठक के बाद भी चीन अप्रैल पूर्व स्थिति में अपने सैनिकों को लौटाने पर राजी नहीं हुआ है। वार्ता पर विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि दोनों पक्षों के बीच बातचीत सौहार्द्रपूर्ण और सकारात्मक माहौल में हुई। साथ ही दोनों देश सैन्य तनाव की स्थिति को मौजूदा समाधान तंत्र के सहारे सुलझाने पर सहमत हैं। भारत और चीन ने इस बारे में कूटनीतिक और सैन्य स्तर पर बातचीत जारी रखने का भी बात कही है।
भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा पर पिछले एक महीने से कई जगहों पर तनाव की स्थिति जारी है। चीनी सेना लद्दाख में गलवान घाटी और पैंगोंग झील के करीब बढ़ आई है। दोनों देशों के बीच बीते एक माह के दौरान सिक्किम के नाकुला से लेकर पेंगोग झील और लद्दाख में गलवान घाटी में सैनिकों के बीच झड़प और आमने-सामने के तनाव की स्थिति बनी। गलवान घाटी में अब भी चीन और भारत के सैनिक आमने-सामने की स्थिति में तंबू लगाए बैठे हैं।