देश के पूर्वी भाग में ब्रह्मपुत्र नदी एक बार फिर कोहराम मचा सकती है। चीन अधिकृत क्षेत्र में भूस्खलन से ब्रह्मपुत्र नदी का बहाव रुक गया है। जिसे देखने हुए चीन ने भारत को बाढ़ के लिए आगाह किया है। चीन ने भारत से कहा कि तिब्बत के पास भूस्खलन के कारण ब्रह्मपुत्र नदी में पानी काफी मात्रा में जमा हो रहा है जिससे अरुणाचल प्रदेश में बाढ़ का खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है।
चीन ने कहा है कि तिब्बत में भूस्खलन से ब्रह्मपुत्र नदी में कृत्रिम झील बन गई है, जिसमें भारी मात्रा में पानी जमा हो गया है। इससे अरुणाचल प्रदेश में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। एक पखवाड़े के भीतर यह दूसरा मौका है जब चीन ने ब्रह्मपुत्र नदी में बाढ़ की आशंका से भारत को आगाह किया है। जल संसाधन मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी।
चीन ने 17 अक्टूबर को भी भारत को बताया था कि तिब्बत के यरलुंग संगपो नदी में भूस्खलन से एक कृत्रिम झील बन गई है। इस बार भी तिब्बत में उसी जगह पर भूस्खलन हुआ है और झील बन गई है। पानी ज्यादा जमा होने से झील टूटने भी लगी है। हालांकि, अधिकारी ने यह भी कहा है कि पंद्रह दिन पहले की तुलना में इस बार स्थिति ज्यादा भयावह नहीं है। यह नदी चीन में यरलुंग संपगो, अरुणाचल प्रदेश में सियांग और असम में ब्रह्मपुत्र नदी के नाम से जानी जाती है।