गुजरात के साबरकांठा में सोमवार शाम 200 फीट गहरे बोरवैल में गिरे बच्चे की आज तड़के मौत हो गई। करीब 12 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद भी उसका बचाया न जा सकता। बचाव कर्मयों ने काफी मशक्कत के बाद डेढ़ साल के बच्चे का शव बाहर निकाला।
साबरकांठा के इलोल गांव में घटी इस दुखद घटना ने एक बार फिर से देश के विभिन्न इलाकों में मौजूद खुल बोरवैल को लेकर सवाल खड़ कर दिए हैं। पिछले महीने ही बिहार के मुंगेर में सना नाम की लड़की बोरवैल में गिर गई थी, लेकिन उसे सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था।
स्थानीय निवासियों के मुताबिक यह बोरवैल काफी लंबे समय से बिना ढंके यूं ही खुला पड़ा था। लोगों के अनुसार यह बोरवैल काफी पुराना है और लंबे समय से काम में नहीं लाया गया है। लेकिन इसे कवर भी नहीं किया गया। सोमवार शाम को बच्चा खेलते समय इस गहरे बोरवैल में चला गया।
बचावकर्मियों के अनुसार यह बच्चा 200 फीट गहरे बोरवैल में 60 फीट की गहराई में जाकर अटक गया था। बचाव दल ने बच्चे को पाइप के जरिए ऑक्सीजन देने की कोशिश की, इसके साथ ही उसे सुरक्षित निकालने के लिए भी प्रयास शुरू किए। लेकिन दुर्भाग्यवश उसे बचाया न जा सका।