राजस्थान। राजस्थान में 14 अप्रैल को खत्म हो रहे लॉकडाउन के हटने की संभावन कम है। वर्तमान में राजस्थान में कोरोना मामलों की संख्या 343 है। राज्य के मुख्य सचिव डीबी गुप्ता ने कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों और लॉकडाउन को लेकर इंडिया टीवी के साथ खास बातचीत में बड़ा संकेत दिया है। डीबी गुप्ता ने संकेत दिए हैं कि राज्य में लॉकडाउन हटने की संभावना फिलहाल 14 अप्रैल के बाद कम ही है, संभवता लॉकडाउन को चरणबद्ध तरीके से हटाया जाए।
भीलबाड़ा मॉडल
राजस्थान के मुख्य सचिव डीबी गुप्ता ने बताया कि 'भीलबाड़ा में ही सबसे पहले केस की ट्रेसिंग हुई थी, और दुर्भाग्यवश वे एक डॉक्टर थे जिनके संपर्क में कई रोगी और असप्ताल का स्टाफ आया और अबतक वहां कुल 27 केस सामने आए। लेकिन जैसे ही यह पूरा प्रकरण सामने आया तो हमने पूरी सख्ति के साथ कार्रवाई की, कर्फ्यू लगाया और लोगों को आइसोलेट किया गया। जो भी पॉजिटिव आते गए उन्हें पूरी तरह से आइसोलेशन किया और साथ में उनके संपर्क में आ चुके लोगों को भी आइसोलेट किया। ट्रेसिंग, टेस्टिंग और ट्रीटमेंट की पॉलिसी बनी, पहले राउंड में पूरे भीलबड़ा में 1-1 घर के अंदर सर्वे कराया और 6-7 लाख सेंपल उठाए और संभावित सेंपल की टेस्टिंग हुई और टेस्टिंग के बाद ट्रीटमेंट किया गया, सबसे अच्छी बात है कि सारे रोगी वहां के रिकवर टीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं।
'लॉकडाउन का अंतिम फैसला केंद्र लेगा'
डीबी गुप्ता ने बताया कि 'शुरुआती दौर में हमारे पास 5-6 दिलों में मामले थे लेकिन अब 22 जिले प्रभावित हो चुके हैं। हमने सिलेक्टिव जगहों पर ही कर्फ्यू लगाया है। लॉकडाउन पूरे देश में है, लॉकडाउन का अंतिम फैसला केंद्र लेगा, लेकिन राज्य सरकार निश्चित रूप से स्थानीय स्तर पर जो परिस्थितियां बनती है उसके तहत कुछ जिलों को हटाया जा सकता है। हमें जरूरी सेवाओं को धीरे-धीरे खोलना पड़ेगा लेकिन मुख्य केंद्रों पर जारी रखना पड़ सकता है। रामगंज जैसी जगहों पर अभी जैसी स्थिति है उसे देखते हुए 100 से ऊपर वहां मामले हैं तो ऐसी जगह पर किसी प्रकार का कंप्रोमाइज करना संभव नहीं है, वहां लॉकडाउन चलेगा ही। राजस्थान में पूरी तरह से लॉकडाउन हटने की संभावना कम है, चरणबद्ध तरीके से हटने की संभावना है।'