नई दिल्ली। देश की तीनों सेनाओँ यानि भारतीय सेना, भारतीय वायुसेना और भारतीय नेवी का आने वाले दिनों में एक ही चीफ होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) के पद की घोषणा की। फिलहाल देश में तीनों सेनाओं के अलग-अलग चीफ हैं। भारतीय सेना के सेनाध्यक्ष जनरल विपिन रावत हैं, एयर फोर्स के चीफ बीएस धनोआ हैं और भारतीय नेवी की कमान एडमिरल करमबीर सिंह के हाथ में है। राष्ट्रपति तीनों सेनाओं के अध्यक्ष होते हैं और रक्षा मंत्री तीनों सेनाओं का कामकाज देखते हैं।
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के कार्यकाल में गठित की गई अरुण सिंह कमेटी में पहली बार चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ के पद का प्रस्ताव दिया था लेकिन इसके बाद इस प्रस्ताव को आने वाली ज्यादातर सरकारों ने ठंडे बस्ते में डाला। कारगिल युद्ध के बाद इस पद के लिए एक बार फिर से मांग उठी लेकिन यह लागू नहीं हो सका। रक्षा विशेषज्ञ मेज. जनरल (रिटायर्ड) के के सिन्हां ने सरकार के इस फैसले को बहुत बड़ा कदम बताया है, मेज. जनरल (रिटायर्ड) विश्वंभर दयाल ने भी सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में आतंकवाद फैलाने वालों पर भी निशाना साधा और कहा कि सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि भारत के पड़ोसी देश भी आतंकवाद से पीड़ित हैं। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश आतंकवाद का सामना कर रहा है साथ में अफगानिस्तान में भी आतंकवाद बड़ी समस्या है, प्रधानमंत्री मोदी ने श्रीलंका में हुए आतंकी हमलों का भी अपने भाषण में जिक्र किया और कहा कि मिलकर आतंकवाद के खिलाफ और आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों के खिलाफ लड़ना होगा। 4 दिन बाद अफगानिस्तान अपनी स्वतंत्रता का 100वां वर्ष मना रहा है, प्रधानमंत्री मोदी ने अफगानिस्तान को उसके स्वतंत्रता दिवस पर बधाई दी।