दंतेवाड़ा: छत्तीसगढ़ में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मांगों के समर्थन में अब नक्सली भी उतर आए हैं। नक्सलियों ने पर्चे फेंककर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मांगों को जायज ठहराया है और उनका समर्थन किया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को फिलहाल रोजाना 10 घंटे तक काम करने पर 4 हजार रुपये और सहायिकाओं को लगभग 2 हजार रुपये प्रति महीना सैलरी मिलती है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मांग है कि उनकी सैलरी में इजाफा किया जाए। उन्होंने 20 मार्च को छत्तीसगढ़ विधानसभा घेरने का ऐलान भी किया है।
नक्सलियों की तरफ से जारी पर्चे में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को हर महीने 18 हजार रुपये और सहायिकाओं को 10 हजार रुपये वेतन देने, सेवा समाप्ति पर कार्यकर्ताओं को 3 लाख रुपये व सहायिकाओं को 2 लाख रुपये देने की बात लिखी है। इसके अलावा नक्सलियों ने पर्चे में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सरकारी कर्मचारी घोषित करने की मांग भी रखी है। वहीं, नक्सलियों ने पर्चे के माध्यम से बेंगपाल में हुई मुठभेड़ को फर्जी बताया है। उन्होंने कहा है, ‘बेट्टी भीमा को फर्जी मुठभेड़ में मारा गया। 13 वर्षीय मड़काम सोम्बरू की हत्या की न्यायिक जांच कर दोषियों को दण्ड दिया जाए।’
नक्सलियों ने CICSF बचेली के जवानों की ओर से ग्रामीणों पर की गई गोलीबारी की भी निंदा की है। क्षेत्र में पर्चे फेंके जाने से काफी दशहत व्याप्त है। इससे नक्सलियों की उपस्थिति क्षेत्र में फिर दिखने लगी है। ये पर्चे पश्चिम बस्तर डिविजनल कमेटी क्रांतिकारी आदिवासी महिला संगठन के नाम से फेंके गए हैं। किरन्दुल पुलिस ने पर्चे जब्त कर इलाके में तलाशी अभियान तेज कर दिया है।