नई दिल्ली। कोरोना पर लगाम लगाने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार जांच की संख्या बढ़ाने के साथ साथ बाहर से आने वाले लोगों की विशेष निगरानी पर जोर दे रही है। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने इंडिया टीवी के खास शो स्वास्थ्य सम्मेलन में कहा कि प्रदेश में कोरोना के नए मामलों में लगातार तेजी देखने को मिल रही है, इसलिए सरकार बाहर से आने वाले लोगों पर सख्ती बढ़ाएगी। इसके साथ ही राज्यों की सीमाओं पर रोक लगाई जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक बाहर से आने वाले मजदूरों के लिए गांवों में सरकार की तरफ से क्वारंटीन सेंटर और आइसोलेशन सेंटर बनाए जा रहे हैं। इसके साथ ही शहरों में कोविड केयर सेंटर और कोविड ट्रीटमेंट सेंटर बढ़ाए गए हैं। वहीं शहरों में होम क्वारंटीन का विकल्प भी होगा।
इसके साथ ही सरकार जांच में तेजी लाने पर जोर दे रही है। स्वास्थ्य मंत्री के मुताबिक फिलहाल एक दिन में 50 हजार टेस्टिंग की गई हैं, इसे और बढ़ाने के लिए सरकार कई विकल्पों पर काम कर रही है। उनके मुताबिक एक हफ्ते में 4 नई लैब काम करना शुरू कर देंगी। वहीं 5 अन्य लैब की भी योजना है। इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्री ने माना कि अस्पतालों में आईसीयू बेड की संख्या सीमित है। इससे निपटने के लिए सरकार अस्पतालों में ऑक्सीजन वाले बेड की संख्या बढ़ा रही है, वहीं ऑक्सीजन की सप्लाई भी बढ़ाई जा रही है।
वैक्सीनेशन की रफ्तार पर बात करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि देश में वैक्सीन के निर्माण को लेकर पारदर्शिता होनी चाहिए, इसके साथ किस राज्य को कितनी वैक्सीन मिल रही है इसकी भी जानकारी मिलनी चाहिए। उन्होने कहा कि प्रदेश की टीकाकरण की क्षमता के मुताबिक टीके की उपलब्धता कम है। उन्होने जानकारी दी कि प्रदेश में एक दिन में 4 लाख वैक्सीन दी जा सकती है। वहीं स्टॉक में 6.36 लाख वैक्सीन है इससे मौजूदा क्षमता के आधार पर प्रदेश के पास सिर्फ दो दिन का स्टॉक बचा है। इसलिए प्रदेश में क्षमता से कम टीकाकरण किया जा रहा है। रैमेडिसविर की कमी पर उन्होने माना कि इसकी किल्लत है लेकिन इसकी सप्लाई में सुधार की जल्द उम्मीद है। वहीं डॉक्टरों से कहा गया है कि वो सिर्फ जरूरत होने पर ही इसका उपयोग करें।