नयी दिल्ली। छत्रसाल स्टेडियम में कथित तौर पर हुई एक झड़प में एक पहलवान की मौत के सिलसिले में दिल्ली की एक अदालत ने ओलंपिक पदक विजेता पहलवान सुशील कुमार की न्यायिक हिरासत 25 जून तक के लिए शुक्रवार को बढ़ा दी। सुशील कुमार को नौ दिन न्यायिक हिरासत में रखने के बाद मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट रीतिका जैन के सामने पेश किया गया था। कुमार पर हत्या और अपहरण के मामले दर्ज हैं।
बता दें कि, संपत्ति के एक कथित विवाद में चार और पांच मई की दरम्यानी रात में स्टेडियम में कुमार और उसके कुछ दोस्तों ने कथित तौर पर सागर धनखड़ और उसके दो दोस्तों पर हमला कर दिया था। इस घटना में धनखड़ की मौत हो गई थी।
पुलिस का आरोप है कि सुशील कुमार हत्या का “मुख्य दोषी और साजिशकर्ता” है। पुलिस के अनुसार इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य मौजूद हैं जिनमें कुमार और उसके साथियों को धनखड़ को पीटते देखा जा सकता है। कुमार और सह आरोपी अजय कुमार सहरावत को 23 मई को गिरफ्तार किया गया था। घटना के संबंध में अब तक कुल 10 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
सुशील कुमार के साथी को चार दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया
दिल्ली की एक अदालत ने ओलंपिक में पदक जीतने वाले पहलवान सुशील कुमार के एक कथित साथी को शुक्रवार को चार दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। मामला 23 वर्षीय एक पूर्व जूनियर राष्ट्रीय पहलवानी चैम्पियन की यहां छत्रसाल स्टेडियम में हत्या से जुड़ा है। कुमार के साथी अनिरुद्ध को दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने राष्ट्रीय राजधानी से बृहस्पतिवार को गिरफ्तार किया था। अब तक घटना के संबंध में सुशील कुमार समेत 10 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
पुलिस ने अनिरुद्ध को मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट दिव्या मल्होत्रा की अदालत में पेश किया और सात दिन की हिरासत मांगी। हालांकि, अदालत ने पुलिस द्वारा पूछताछ के लिए केवल चार दिन हिरासत की अनुमति दी। सुनवाई के दौरान पुलिस की ओर से पेश हुए अतिरिक्त लोक अभियोजक अतुल श्रीवास्तव ने अदालत को बताया कि अनिरुद्ध को जम्मू ले जाना है, इसलिए उसकी हिरासत जरूरी है। अदालत को बताया गया कि स्टेडियम में कथित तौर पर हुए झगड़े के वीडियो में अनिरुद्ध को देखा गया है। कुमार और उसके साथियों पर आरोप है कि उन्होंने पहलवान सागर धनखड़ और उसके दो दोस्तों सोनू महाल तथा अमित कुमार पर चार और पांच मई की दरम्यानी रात को हमला किया, जिसमें धनखड़ की मौत हो गई।