नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ से छेड़छाड़ की शिकार हुई एक नाबालिग लड़की को ही दोषी करार देने और उसे ही सजा देने का एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। इस घटना को गांव के दबंगों ने अंजाम दिया। नाबालिग लड़की के साथ सामाजिक नियमों का हवाला देते हुए यह करतूत की गई है। मामला छत्तीसगढ़ के कवर्धा के वनांचल ग्राम सेंदूरखार का है। यहां समुदाय की पंचायत ने शुद्धीकरण के नाम पर उस लड़की का सिर मुंडवा दिया।
दरअसल अर्जुन नाम के एक शख्स ने लड़की के साथ छेड़छाड़ की थी। पुलिस ने सोमवार को आरोपी शख्स को गिरफ्तार कर लिया है। अब समुदाय के उन लोगों की तलाश की जा रही है जिन्होंने इस शुद्धिकरण का आदेश दिया था और उसका मुंडन करवाया। पुलिस ने बताया कि बाल मुंडवाने की घटना 5 फरवरी को कुकदुर पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आने वाले गांव में घटी। यह गांव जिला मुख्यालय से 75 किलोमीटर दूरी पर है। जनवरी 21 को लड़की के साथ 22 साल के अर्जुन यादव ने उस समय छेड़खानी की जब वह निर्माण स्थल पर काम करने के लिए गई थी।
इसकी जानकारी लड़की ने अपने माता-पिता को दी जिन्होंने स्थानीय पंचायत को इसके बारे में बताया। अधिकारियों ने कहा पंचायत ने अगले दिल मामले को रफा-दफा कर दिया और यादव पर पांच हजार रुपए का जुर्माना लगाया। हालांकि 4 फरवरी को बैगा आदिवासी समुदाय जिससे कि लड़की ताल्लुक रखती है एक बैठक की और उसके परिवार का बहिष्कार कर दिया। उन्होंने कहा कि छेड़खानी के बाद लड़की अशुद्ध हो गई है जिसके बाद समुदाय के सदस्यों ने लड़की के बालों को मुंडवाने का आदेश दिया ताकि उसका शुद्धिकरण किया जा सके।
अगले ही दिन लड़की के बाल काट दिए गए। उसके परिवार को समुदाय के लोगों के लिए भोज करवाने के लिए भी कहा गया था। पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना के सामने आने के बाद एक पुलिस टीम को गांव भेज दिया गया है और आरोपी यादव को हिरासत में ले लिया गया है। पुलिस उन 10 लोगों की तलाश कर रही है जिसमें तीन महिला शामिल है जिन्होंने लड़की के बाल काटे थे। मामला दर्ज करके जांच की जा रही है।