चंडीगढ़: चंडीगढ़ अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा सोमवार को सभी विमानों के आवागमन के लिए बंद कर दिया गया, ताकि रनवे के विस्तार और मरम्मत के काम को पूरा किया जा सके। एक अधिकारी के मुताबिक, हवाईअड्डे के एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि 12 से 26 फरवरी तक उड़ानों का संचालन बंद रहेगा। हवाईअड्डे के 15 दिन बंद रहने के चलते 80,000 से ज्यादा यात्री प्रभावित होंगे। 27 फरवरी से उड़ानें दोबारा शुरू हो जाएंगी। (सुंजवान के बाद सेना के एक और कैंप पर आतंकी हमले की कोशिश नाकाम )
हवाईअड्डे के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) सुनील दत्त ने कहा कि बड़े विमानों के संचालन के मद्देनजर रनवे की लंबाई 9,000 फीट से बढ़ाकर 10,400 फीट की जा रही है। इससे विमान संचालन कंपनियां भविष्य में शहर को अमेरिका, यूरोप और आस्ट्रेलिया जैसे गंतव्यों से जोड़ने में सक्षम होंगी। हवाई अड्डा भारतीय वायु सेना (आईएएफ) द्वारा नियंत्रित है, जो यहां एक परिवहन स्क्वाड्रन संचालित करता है। हवाइअड्डे के इसी रनवे से वाणिज्यिक उड़ानें भी संचालित होती हैं, जो दुबई, शारजाह और बैंकाक जैसे शहरों के लिए अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों सहित रोजाना करीब 30 वाणिज्यिक उड़ानें संचालित करता है।
यह शहर घरेलू सर्किट में दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरू, श्रीनगर, जयपुर और कुछ अन्य शहरों से जुड़ा हुआ है। हवाईअड्डे के बंद रहने के चलते यात्रियों की भीड़ को संभालने के मद्देनजर पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय ने रेलवे अधिकारियों से वैकल्पिक व्यवस्था करने के लिए कहा है। रेलवे अधिकारियों ने कहा कि इस मांग को पूरा करने के लिए ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगाए जा रहे हैं। चंडीगढ़ नई दिल्ली से तीनों शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेनों से जुड़ा हुआ है। अन्य ट्रेनें दिल्ली और जगहों के लिए शहर से जुड़ी हुई हैं।