नई दिल्ली: धर्मनीति और कूटनीति के प्रकांड ज्ञाता माने जाने वाले आचार्य चाणक्य ने अर्थशास्त्र के बारे में भी अपने गहरे विचार दुनिया को दिए हैं। इसके अलावा आचार्य ने स्त्री और मानवीय स्वभाव के बारे में भी ऐसी बड़ी बड़ी बातें कहीं है जिन्हें सुनकर आज भी आश्चर्य होता है कि कोई भी व्यक्ति किसी के व्यवहार के बारे में ऐसी बातें कैसे कर सकता है। मगर चाणक्य ने अपने विचारों से न सिर्फ दुनिया को प्रभावित किया है बल्कि उनके विचारों को अगर आज भी अमल में लाया जाए तो वो यर्थार्थ के काफी नजदीक जान पड़ते हैं। आम मानवीय स्वभाव, गुण-दोष और भविष्य में संभावित अनिष्ट के संकेतों के बारे में सटीक बात करने वाले कौटिल्य यानी आचार्य चाणक्य की बातें हैरान करती हैं।
हम आज अपनी खबर में आचार्य चाणक्य की उन बातों के बारे में बताएंगे जिसमे उन्होंने अलग अलग चरित्र की सख्सियतों के बारे में बताया था कि वो लोग कैसे अपने काम को अपनी एक खास शक्ति के दम पर करा लिया करते थे। जानिए आचार्य ने स्त्री, राजा और ब्राह्मण की किस अनोखी शक्ति के बारे में बताया था।
बाहुवीर्यबलं राज्ञो ब्राह्मणो ब्रह्मविद् बली।
रूप-यौवन-माधुर्यं स्त्रीणां बलमनुत्तमम्।।
इस श्लोक के जरिए चाणक्य ने बताने की कोशिश की है कि स्त्री हो या पुरुष, सभी के पास कुछ गुण, कुछ शक्तियां होती हैं जिनसे वे अपने समस्त कार्य करवा लेती हैं।
अगली स्लाइड में पढ़ें स्त्रियां इस शक्ति के दम पर करा लेती हैं अपने काम