देहरादून। तपोवन टनल में फंसे मजदूरों को बचाने का युद्ध स्तर पर काम चल रहा है। पूरे रेस्क्यू ऑपेरशन की निगरानी खुद मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत कर रहे हैं। मुख्यमंत्री रावत ने थोड़ी देर पहले बताया है कि बचाव टीम तपोवन टनल में 130 मीटर तक रेस्क्यू टीम पहुंच चुकी है और अगले 2-3 घंटे में टीम सुरंग के टी प्वाइंट तक पहुंच जाएगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि जो भी लोग टनल में फंसे हुए हैं उन्हें सुरक्षित निकालने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
उत्तराखंड के तपोवन में टनल में फंसी जिंदगी को बचाने की मुहिम जारी है। ढाई से तीन सौ मीटर लंबी टनल में 30 से 40 जिंदगी फंसी है, लेकिन रेस्क्यू टीम ने उम्मीद नहीं छोड़ी है, एक-एक जिंदगी को बचाने की जंग चल रही है। सोमवार सुबह जब रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हुआ तो सबसे मुश्किल चुनौती टनल के भीतर पहुंचने की थी क्योंकि टनल के अंदर भारी मात्रा में कीचड़ भर गया है। इसके अलावा टनल में अंधेरा भी छाया हुआ है क्योंकि बिजली की सप्लाई पहले ही ठप्प हो चुकी है। लेकिन रेस्क्यू टीम को पहली बड़ी सफलता मिली है, अब टनल के अंदर लाइट फिर से चालू हो गई है। रौशनी ना होने की वजह से कल रात रेस्क्यू ऑपरेशन रोक दिया गया था, लेकिन आज भर रात में भी रेस्क्यू का काम जारी रहेगा।
टनल में भरे कीचड़ को बाहर करने के लिए मशीनों की मदद ली जा रही है और राहत और बचाव कार्यों को तेज किया गया है। इधर दिल्ली में सोमवार को उत्तराखंड के सांसदों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुलाकात की है, बैठक में भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह भी उपलब्ध थे। बैठक में बचाव कार्यों और आगे की रणनीति को लेकर चर्चा हुई है।