मुंबई: मुंबई में 26 नवंबर 2008 को हुए आतंकवादी हमले के 10 साल पूरे होने के मौके पर चाबड़ हाउस इमारत के ठीक सामने स्थित रेक्स बेकरी में नए सिरे से रंगाई-पुताई हुई है, लेकिन इसकी दीवार पर नजर आ रहे गोली के निशान पर लाल घेरा लगाया गया है। पाकिस्तानी आतंकवादियों के हमले के बावजूद दक्षिण मुंबई के कोलाबा स्थित चाबड़ हाउस की पांच मंजिला इमारत आज भी तनकर खड़ी है।
बेकरी के संचालक कुरैश जोराबी की ओर से दीवार पर ये संदेश लिखा गया है, ‘‘हम मुंबई पर हुए 26/11 के आतंकवादी हमले की निंदा करते हैं।’’ मुंबई में इजराइल के महावाणिज्य दूत याकोव फिंकलस्टीन ने कहा कि इस हमले से भारत और इजराइल के संबंध प्रभावित नहीं हुए और आज भी इजराइल के लोग यहां सुरक्षित महसूस करते हैं।
याकोव फिंकलस्टीन ने कहा, ‘‘आतंकवादी हमले के बाद भारत और इजराइल पहले से ज्यादा करीब आए। आतंकवादियों ने सोचा कि वे हमारी हिम्मत तोड़ सकते हैं या हमारे बीच आ सकते हैं, लेकिन ठीक इसका उल्टा हुआ। हमें अपने स्थानीय समुदाय से पता चलता है कि वे मुंबई में सुरक्षित महसूस करते हैं और मुंबई में उनका स्वागत होता है।’’
इजराइल के महावाणिज्य दूत के मुताबिक, मुंबई में करीब 4,000 भारतीय यहूदी रहते हैं। याकोव फिंकलस्टीन की बातों से सहमति जताते हुए स्थानीय यहूदी सैमसन मॉसेज ने कहा, ‘‘(चाबड़ हाउस में) सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। हमें यहां आना पसंद है। सुरक्षा का कोई मसला नहीं है।’’
चाबड़ हाउस के आसपास की सड़कों पर अब कई सीसीटीवी कैमरे लगाए जा चुके हैं। फिंकलस्टीन ने कहा, ‘‘भारतीय अधिकारियों ने (सुरक्षा बढ़ाने) का ये कदम उठाया है। आतंकवादी हमलों को लेकर अब लोगों और अधिकारियों में काफी जागरूकता है। भविष्य के हमले रोकना मकसद है। ये हमले सिर्फ यहूदियों के खिलाफ नहीं रोकने बल्कि हर किसी के खिलाफ रोकने हैं।’’ उन्होंने कहा कि 26/11 हमले के 10 साल पूरे होने के मौके पर चाबड़ हाउस यहूदी समुदाय के साथ एक कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है।