नयी दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों से केंद्र को तत्काल और बिना शर्त बातचीत करनी चाहिए। किसान लगातार चार दिनों से नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं और राष्ट्रीय राजधानी के सिंघु और टीकरी बॉर्डर पर डटे हुए हैं। आम आदमी पार्टी (आप) ने किसानों के प्रदर्शन का समर्थन किया है।
पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने केंद्र से कहा कि उसे तत्काल किसानों से मिलना चाहिए। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, "केंद्र सरकार को किसानों से तत्काल (और) बिना शर्त बातचीत करनी चाहिए।’’ आप नेता संजय सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी मांग करती है कि गृह मंत्री अमित शाह को पहले किसानों की बातों को सुनकर उनकी समस्याओं को हल करना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी किसानों के साथ है। हम किसानों का दिल्ली में स्वागत करते हैं। हम उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़ेंगे।’’
आप के वरिष्ठ नेता और मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने रविवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनकी पार्टी का मानना है कि गृह मंत्री अमित शाह ने हैदराबाद नगर निकाय चुनावों के लिए प्रचार करने की खातिर दिल्ली छोड़ कर "पूरी तरह से गैरजिम्मेदारी" दिखाई है, जबकि लाखों किसान उनसे बातचीत के लिए दिल्ली की सीमा पर इंतजार कर रहे हैं। भारद्वाज ने कहा कि अमित शाह एक तरफ किसानों से कह रहे हैं कि उनके प्रदर्शन के कारण कोरोना वायरस के मामले बढ़ सकते हैं और वहीं दूसरी तरफ दावा कर रहे थे कि उनके हैदराबाद रोड शो में बड़े पैमाने पर लोगों की भागीदारी थी। यह दर्शाता है कि "कोई सामाजिक दूरी नहीं रखी गई थी।’’ उन्होंने कहा, "आम आदमी पार्टी का मानना है कि यह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का पाखंड है और हम इस तरह के गैरजिम्मेदाराना कदम की निंदा करते हैं। आम आदमी पार्टी का मानना है कि ऐसे गृह मंत्री भारत के लिए बहुत खतरनाक हैं।"
पार्टी विधायक और प्रवक्ता आतिशी ने एक अन्य संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि दिल्ली की सीमा पर बैठे हजारों किसानों के प्रति केंद्र "असहिष्णु" है। उन्होंने कहा, "किसानों के लिए शर्तें रख कर सरकार कह रही है कि वह किसानों से तब तक बात नहीं करेगी, जब तक कि किसान किसी विशेष स्थान पर जाने की मांग को स्वीकार नहीं कर लेते।’’
आप नेता राघव चड्ढा ने कृषि कानूनों को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह पर हमला बोला और उन्हें किसानों के प्रदर्शन को "कुचलने के लिए समान रूप से जिम्मेदार" ठहराया। चड्ढा ने दावा किया, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच सांठगांठ और दोस्ती है। वे दोनों मिलकर किसानों को धोखा दे रहे हैं।" उन्होंने आरोप लगाया, "अमरिंदर सिंह भाजपा की ओर से काम कर रहे हैं और भाजपा के मुख्यमंत्री बन गए हैं। वह पंजाब के किसानों को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की शर्तों को स्वीकार करने का निर्देश दे रहे हैं।’’