नई दिल्ली: केंद्र सरकार ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ की सरकारों को बड़े पैमाने पर कोरोना वायरस से संक्रमण के मामलों की ट्रैकिंग करने के लिए कहा है। बता दें कि महाराष्ट्र के अलावा इन दोनों प्रदेशों में बीते कुछ हफ्तों में संक्रमण के नए मामलों में तेज बढ़ोत्तरी देखने को मिली है। केंद्र ने इन दोनों राज्यों से कहा है कि रिटायर्ड डॉक्टरों, नर्सों और वॉलंटियर्स को हेल्थ वर्कफोर्स मजबूत करने के लिए काम पर लगाएं क्योंकि घर-घर जाकर कोरोना के लक्षण वाले मरीजों की जांच करना वक्त का तकाजा है।
कोरोना के हालात पर चर्चा के लिए हुई टॉप लेवल बैठक
बता दें कि केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला और स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने विभिन्न बैठकों में उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ में कोविड-19 संबंधी हालात की शुक्रवार को समीक्षा की। उन्होंने दोनों राज्यों के मुख्य सचिवों के साथ ऑक्सीजन की कमी के मुद्दे पर भी चर्चा की। इन राज्यों को ऑक्सीजन और वेंटिलेटर को लेकर उनकी मांग जल्द पूरी होने का आश्वासन देते हुए केंद्र ने कहा कि इन्हें अपने टीकाकरण अभियान में तेजी लाने की जरूरत है, खासकर उन इलाकों में जहां कोरोना के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। बता दें कि उत्तर प्रदेश और छत्तीसगढ़ देश के उन राज्यों में शामिल हैं जहां वायरस तेजी से फैल रहा है।
उत्तर प्रदेश में मिले कोरोना के 27,426 नए मामले
बता दें कि उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के 27,426 नए मामले सामने आए जबकि संक्रमण से 103 और मरीजों की मौत हो गई। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य व चिकित्सा अमित मोहन प्रसाद ने शुक्रवार को बताया कि पिछले नए संक्रमितों के मिलने से अब कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 7,93,720 हो गई है। उन्होंने बताया कि 103 और मरीजों की मौत होने से राज्य में मृतक संख्या बढ़कर 9,583 हो गई है। प्रसाद ने बताया कि कोविड-19 के मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि दर्ज हो रही है। उन्होंने बताया कि बुधवार को राज्य में कोविड-19 के 20,510 मामले जबकि गुरुवार को रिकॉर्ड 22,439 नए मामले सामने आए थे।