भुवनेश्वर। ओडिशा में एक सात सदस्यीय अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय दल चक्रवात बुलबुल से हुई क्षति का आकलन करेगी। अधिकारी ने बताया कि यह दल भद्रक, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा और बालासोर जिलों का दौरा कर केंद्र को कुल नुकसान की रिपोर्ट सौंपेगी। बृहस्पतिवार को यहां पहुंचने के तुरंत बाद गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव (सीआईसी) सहेली घोष रॉय के नेतृत्व में दल ने भद्रक जिले के चांदबाली में प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया।
अधिकारियों के अनुसार शुक्रवार को दल दो हिस्सों में बंटकर प्रभावित क्षेत्रों का स्थानीय दौरा करेगा। पहला समूह भद्रक जिले के चांदबाली और बासुदेवपुर ब्लॉक और बालासोर जिले के भोगराई ब्लॉक का स्थानीय दौरा करेगा। दूसरा समूह केंद्रपाड़ा जिले में राजनगर ब्लॉक और जगतसिंहपुर जिले के कुजंग और इरसामा ब्लॉकों का दौरा करेगा। दोनों समूह शुक्रवार शाम तक लौटकर मुख्य सचिव ए के त्रिपाठी की अध्यक्षता में एक समाप्ति बैठक करेंगे।
हालांकि शनिवार को चक्रवात बुलबुल ने ओडिशा को छोड़कर पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश को प्रभावित किया लेकिन चक्रवात की वजह से ओडिशा में तेज हवाओं और बारी बारिश ने बहुत तबाही मचाई है। हजारों घर बर्बाद हो गए, पेड़ उखड़ गए और बिजली के खंभे गिरने से संचार व्यवस्था बुरी तरह प्रभावित हो गई। राज्य सरकार द्वारा तैयार की गई प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार तूफान ने दो लाख हेक्टेयर क्षेत्र में 33 प्रतिशत फसलों समेत कुल तीन लाख हेक्टेयर क्षेत्र की फसलों को तहस-नहस कर दिया है। इस तूफान में लगभग 5500 घर क्षतिग्रस्त हो गए, 16 लाख विद्युत उपभोक्ता प्रभावित हुए और विद्युत आपूर्ति रुकने के कारण 653 पाइप के जरिए जलापूर्ति व्यवस्था बाधित रही।
अधिकारी ने बताया कि राज्य सरकार जल्दी ही केंद्रीय दल को क्षति आकलन की प्रारंभिक रिपोर्ट सौंप सकती है। घोष रॉय के अलावा दल के अन्य सदस्य ऊर्जा मंत्रालय में मुख्य अभियंता वंदना सिंहल, व्यय विभाग में सलाहकार दीना नाथ, ग्रामीण विकास मंत्रालय में उप सचिव एसएस मोदी और केंद्रीय भंडारण निगम, ओडिशा के अधीक्षण अभियंता अमरीश पाल सिंह हैं। पटना के कृषि विभाग के निदेशक वीरेंद्र सिंह और राज्य में सड़क परिवहन मंत्रालय के क्षेत्रीय कार्यालय में वरिष्ठ अधिकारी सुनील कुमार भी दल में शामिल हैं।