नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में बीजेपी विधायक साधना सिंह के बीएसपी सुप्रीमो मायावती के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करने पर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने विरोध दर्ज कराया। अठावले ने कहा कि उनकी पार्टी BJP के साथ है लेकिन वो मायावती के खिलाफ बोले गए अपमानजनक शब्दों के विरोध में हैं। उन्होंने अपने बयान में ये भी कहा कि मायावती दलित समाज की एक मजबूत महिला हैं और एक अच्छी प्रशासक भी हैं।
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने साफ कहा कि अगर उनकी पार्टी से कोई मायावती के लिए ऐसा बयान देता, जैसा साधना सिंह ने दिया है तो वो उसके खिलाफ कार्रवाई जरूर करते। बता दें कि बीजेपी की ओर से मुगलसराय की विधायक साधना सिंह ने मायावती के बारे में कहा कि वह ना तो महिला लगती हैं और ना ही पुरुष लगती हैं। साधना सिंह ने मायावती की तुलना किन्नरों से कर डाली।
लोकसभा चुनावों से पहले साधना सिंह का बयान राजनीतिक बयानों के गिरते स्तर की एक और बानगी भी है। मायावती पर ऐसी विवादित टिप्पणी करने के बाद BSP भी साधना सिंह पर आगबूबला हो गई और पार्टी प्रवक्ता ने साधना के बयान को शर्मनाक बताते हुए बीजेपी पर हमला बोल दिया है। वहीं, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी ट्वीट कर कहा कि मुगलसराय से भाजपा विधायक ने जिस प्रकार आपत्तिजनक अपश्ब्द मायावती के खिलाफ प्रयोग किए हैं वे घोर निंदनीय हैं। ये भाजपा के नैतिक दीवालिएपन और हताशा की निशानी है। ये देश की महिलाओं का अपमान है।
बता दें कि साधना सिंह ने गेस्ट हाउस कांड का जिक्र करते हुए द्रौपदी, दुशासन से लेकर कई अभद्र और अपमानजनक टिप्पणियां की। उन्होंने कहा कि मायावती ने कुर्सी की चाह में आत्म सम्मान बेच दिया है। उन्होंने कहा कि जिस महिला का इतना बड़ा चीरहरण हो, वह सत्ता के लिए आगे नहीं आती है। साधना सिंह के ऐसे बायान के बाद भारतीय जनता पार्टी भी बैक फुट पर आ गई है। साधना सिंह जिस वक्त भाषण दे रही थीं, वहां राजनाथ सिंह के पुत्र पंकज सिंह भी उपस्थित थे। लेकिन, जब उनसे इस बारे में पूछा गया तो वे बिना जवाब दिए चले गए।