नई दिल्ली: देश के मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) सुनील अरोड़ा, 5 राज्यों का विधानसभा चुनाव कराकर 30 अप्रैल को रिटायर हो जाएंगे। उन्होंने शुक्रवार को विज्ञान भवन में चुनाव तारीखों का ऐलान करते हुए इसे अपनी आखिरी प्रेस कॉन्फ्रेंस करार दिया। सुनील अरोड़ा के मुताबिक, बतौर मुख्य चुनाव आयुक्त वह अपने कार्यकाल से संतुष्ट हैं क्योंकि उन्होंने अब तक 2019 के लोकसभा चुनाव सहित 11 प्रमुख इलेक्शन कराए हैं। उन्होंने कोरोना काल में बिहार जैसे बड़े राज्य में सफलतापूर्वक चुनाव संचालन को ऐतिहासिक बताया है।
‘उन्हें बातें नहीं आती जो अपना काम करते हैं’
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा, ‘ये मेरी आखिरी प्रेस कॉन्फ्रेंस है, क्योंकि अब मैं 30 अप्रैल को रिटायर होने जा रहा हूं। 11 चुनाव करा चुका हूं, 2019 का लोकसभा चुनाव भी कराया। आप कह सकते हैं कि मेरी इनिंग अच्छी रही। मुझे अपने चुनाव आयुक्तों और सहयोगियों से काफी सहयोग मिला। मैं अपनी मां की लिखी लाइनें पढ़ना चाहता हूं, जो उन्होंने 1979 में लिखी थीं, ' किसी से हमसुखन होता नहीं महफिल में परवाना, उन्हें बातें नहीं आती जो अपना काम करते हैं।' 1989 में कैंसर के कारण मेरी मां का निधन हो गया था।' मां की लिखी लाइनों के जरिए सुनील अरोड़ा ने संदेश दिया कि वह बोलने नहीं काम करने में यकीन रखते हैं।
2 दिसंबर 2018 को बने थे मुख्य चुनाव आयुक्त
13 अप्रैल 1956 को पंजाब के होशियारपुर में जन्मे 65 वर्षीय सुनील अरोड़ा 1980 बैच के राजस्थान काडर के रिटायर्ड IAS अफसर हैं। एक सितंबर 2017 को वह चुनाव आयोग में इलेक्शन कमिश्नर (चुनाव आयुक्त) बने और फिर 2 दिसंबर 2018 को उन्होंने देश के मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) की जिम्मेदारी संभाली। पंजाब यूनिवर्सिटी से अंग्रेजी से एमए करने के बाद सिविल सर्विसेज में आने वाले सुनील अरोड़ा राजस्थान में लंबी प्रशासनिक पारी खेल चुके हैं। वह राजस्थान के मुख्यमंत्री के सचिव और प्रमुख सचिव भी रह चुके हैं। 29 अगस्त 2014 से वह केंद्र की प्रतिनियुक्ति पर हैं। अब 30 अप्रैल 2021 को मुख्य चुनाव आयुक्त पद से रिटायर होंगे। 2 दिसंबर 2018 को मुख्य चुनाव आयुक्त पद पर उनकी ढाई वर्ष के लिए नियुक्ति हुई थी।