नई दिल्ली: सीबीएसई पेपर लीक मामले में जांच एजेंसियां इस समय ताबड़तोड़ छापे-मारी कर रही हैं। अब तक इस मामले में पुलिस तीन लोगों का गिरफ्तार भी कर चुकी है जिन्हें बाद में कड़कड़डूमा कोर्ट ने 2 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। इसके अलावा दिल्ली स्कूल के सीबीएसई आधिकारिक प्रभारी के.एस. राणा को भी सस्पेंड कर दिया गया है। जहां एक तरफ इस मामले में हुई चूक का पता लगाने के लिए जांच एजेंसी दिन रात लगी हुई हैं।
वहीं एक हिन्दी अखबार की रिपोर्ट के अनुसार सीबीएससी 10वीं का परीक्षा पत्र हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के विधानसभा क्षेत्र करनाल में खुलेआम बीक रहा था और अब तक इस पूरे मामले में कोई जांच होनी तो दूर एक एफआईआर तक दर्ज नहीं हुई है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 28 मार्च को होने वाले 10वीं गणित के पेपर से एक दिन पहले ही पेपर लीक होकर वाट्सअप पर आ गया था। जिसके बाद कोचिंग सेन्टर्स के मालिकों ने इसे हल करेक 15 हजार रुपए में छात्रों को बेचा। 15 हजार रुपए से शुरू होकर इसकी कीमत अगले दिन सुबह 8 हजार रुपए और परीक्षा से कुछ देर पहले 5 सौ रुपए तक आ गई थी। कांग्रेस के मीडिया इन चार्ज रणदीप सुरजेवाला ने इस मामले में स्वयं ट्वीट करके खट्टर सरकार को निशाने पर लिया है।
इस गोरखधंधे में लाखों रुपए की काली कमाई की गई लेकिन अब तक इस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है। अब तक ना तो सीबीएसई की तरफ से और ना ही शिक्षा विभाग की तरफ से कोई संज्ञान लिया गया है। वहीं पुलिस शिकायत ना आने के बहाना बनाकर अपना पल्ला झाड़ ले रही है। इधर क्राइम बॉन्च इस पेपर लीक मामले के करनाल कनेक्शन तलाशने में लगी है। बाताय जा रहा है कि करनाल के कुछ कोचिंग सेंटर और स्कूल के टीचर्स क्राइम ब्रांन्च की नजर में है जिसकों देखते हुए जल्द कार्रवाई की उम्मीद जताई जा रही है।