नयी दिल्ली: केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 1997 में एक वरिष्ठ पत्रकार की हत्या के प्रयास और तीन अन्य नये मामलों की जांच अपने हाथ में ले ली है। इन मामलों में जेल में बंद गैंगस्टर छोटा राजन कथित तौर पर शामिल हैं। अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि मुंबई के एक अपराध पत्रकार बलजीत शेरसिंह परमार पर 12 जनवरी, 1997 को एंटॉप हिल पर एक इमारत के बाहर राजन के मोटरसाइकिल सवार शूटरों ने कथित तौर पर हमला किया था। उन्होंने बताया कि हत्या के प्रयास से संबंधित आईपीसी की धाराओं के तहत दर्ज मामले में मुंबई पुलिस की एफआईआर एजेंसी ने ले ली है।
अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी ने राजन के कथित गिरोह के सदस्यों द्वारा जबरन वसूली के दो और मामले दर्ज किये हैं और जान से मारने की धमकी देने से संबंधित एक मामला दर्ज किया है। उन्होंने बताया कि एजेंसी ने 1995 में व्यवसायी देवांग बिपिन पारीख से 20 लाख रुपये की कथित तौर पर मांग करने के लिए राजन और उसके गुर्गे गुरु सतम और सुरेश के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
अधिकारियों ने बताया कि हेमंत द्वारा घीसुलाल जैन नामक एक व्यक्ति से 1998 में 25 लाख रुपये की कथित तौर पर मांग करने से जुड़ा एक अन्य मामला है। हेमंत को राजन गिरोह का सदस्य माना जा रहा है। मुंबई पुलिस ने दोनों मामलों में आरोप पत्र दायर किये थे लेकिन राजन फरार रहा। उन्होंने बताया कि अंतिम मामला 1996 में बिल्डर शब्बीर एन पटेल और उनके बेटे को जान से मारने की धमकी देने से संबंधित है। महाराष्ट्र सरकार ने इन सभी मामलों की जांच सीबीआई को सौंपी है।