नई दिल्ली: सेंट्रल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टीगेशन (CBI) ने बैंक ऑफ इंडिया की शिकायत पर एम/एस फ्रॉस्ट इंटरनेशनल लिमिटेड, मुंबई के खिलाफ 3592.48 करोड़ की धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। आरोप है कि 14 अलग-अलग बैंक के कंसोर्टियम के साथ धोखाधड़ी की गई है।
ऑडिट के दौरान पता चला है कि कंपनी ने गलत तरीके से बैंकों से ये पूरा पैसा अलग-अलग समय पर लोन पर लिया और नॉन बिजनेस पार्टीज को दिया। मामले में कंपनी के डायरेक्टर उदय देसाई और सुजय देसाई मुख्य आरोपी हैं।
डायरेक्टर उदय देसाई और सुजय देसाई मुख्य समेत कंपनी के प्रमोटर और गारंटर को मिलाकर कुल 15 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। मामले के सभी आरोपियों के खिलाफ लुकआउट नोटिस भी जारी हो गया है।