सीबीआई ने 3,250 करोड़ रुपए के आईसीआईसीआई बैंक- वीडियोकॉन ऋण मामले में आज बड़ी कार्रवाई की है। सीबीआई ने आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व प्रमुख चंदा कोचर के पति दीपक कोचर और वीडियोकोन के ऑफिस में रेड मारी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार सीबीआई ने औरंगाबाद सहित चार जगहों पर रेड मारी है। सीबीआई ने इस मामले में एफआईआर भी दर्ज की है। एफआईआर में आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व सीईओ चंदा कोचर का नाम आरोपी के तौर में शामिल है। आरोप है कि 2012 में आईसीआईसीआई बैंक से वीडियोकॉन समूह को 3250 करोड़ रुपए का ऋण मिलने के कुछ महीनों बाद वीडियोकॉन प्रमोटर वेणुगोपाल धूत ने न्यूपावर में करोड़ों रुपए निवेश किए।
अधिकारियों ने बताया कि छापे मारने का काम बृहस्पतिवार सुबह शुरू किया गया। इस दौरान आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व सीईओ चंदा कोचर के पति दीपक कोचर द्वारा संचालित कंपनी न्यूपावर और सुप्रीम एनर्जी पर भी छापे मारे गए। सीबीआई की टीम आज नरीमन प्वाईंट स्थित वीडियोकोन ऑफिस में पहुंची, जहां अभी रेड जारी है। इसके साथ ही सीबीआई ने दीपक कोचर की कंपनी न्यूपावर के ऑफिस में भी रेड मारी है।
अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी ने धूत, दीपक कोचर और अज्ञात अन्य के खिलाफ पिछले साल मार्च में एक प्रारंभिक जांच (पीई) दर्ज की थी। सीबीआई प्राथमिकी दर्ज करने से पहले पीई दर्ज करती है ताकि वह सबूत एकत्र कर सके। एजेंसी ने इस पीई को प्राथमिकी में बदल दिया है। उन्होंने कहा कि आरोपियों के नाम और प्राथमिकी की विस्तृत जानकारी का अभी इंतजार किया जा रहा है।
बता दें कि सीबीआई दीपक कोचर की कंपनी न्यूपावर के खिलाफ लगे उन आरोपों की जांच कर रही है। कंपनी पर आरोप हैं कि कंपनी को आईसीआईसीआई बैंक की तरफ से दिए गए लोन के बदले वीडियोकॉन ग्रुप के प्रमोटर वेणुगोपाल धूत से फंड मिला है। इस मामले में सीबीआई जांच कर रही है कि धूत के वीडियोकॉन ग्रुप ने 2012 में बैंक की तरफ से मिले 3250 करोड़ रुपये के लोन के बदले में कुछ रकम भी दी थी क्या।
वीडियोकॉन ग्रुप के मालिक धूत ने दीपक कोचर के साथ मिलकर बराबर की पार्टनरशिप में दिसंबर 2008 में न्यूपावर नाम से एक कंपनी खोली थी। वीडियोकॉन को 20 बैंकों ने लोन दिया था।