कोलकाता। सीबीआई अधिकारियों ने कोलकाता के पूर्व पुलिस आयुक्त राजीव कुमार का पता लगाने के लिए अपना अभियान रविवार को तेज कर दिया। राजीव कुमार करोड़ों रुपये के शारदा पोंजी घोटाले से जुड़े सम्मन से बच रहे हैं। सीबीआई की अलग-अलग टीमें अलीपुर बॉडीगार्ड लाइंस और कुमार के पार्क स्ट्रीट स्थित सरकारी आवास गईं।
चूंकि कलकत्ता उच्च न्यायालय ने कुमार को प्रदान किया गया संरक्षण वापस ले लिया है, जांच एजेंसी के अधिकारियों ने कोलकाता के पूर्व पुलिस आयुक्त का पता लगाने के लिए अभियान तेज कर दिया। कुमार वर्तमान में पश्चिम बंगाल के अतिरिक्त महानिदेशक (सीआईडी) हैं। कुमार का पता लगाने के लिए सीबीआई की विशेष अपराध शाखा की टीमें शनिवार को भवानी भवन स्थित सीआईडी कार्यालय के साथ शहर के विभिन्न हिस्सों में गईं थीं।
अलीपुर जिला एवं सत्र अदालत ने शनिवार को कुमार की अग्रिम जमानत अर्जी खारिज कर दी थी। कुमार पर आरोप है कि उन्होंने घोटाले की जांच में जरूरी सबूत दबा दिये थे। पश्चिम बंगाल पुलिस ने सीबीआई को सूचित किया है कि कुमार नौ सितम्बर से 25 सितम्बर तक छुट्टी पर हैं। सारदा समूह की कंपनियों ने लोगों को उनके निवेश पर अधिक मुनाफा का वादा करते हुए कथित रूप से 2500 करोड़ रुपये ठग लिये थे।