नई दिल्ली। सीबीआई ने विमानन घोटाले के संबंध में कॉरपोरेट बिचौलिए दीपक तलवार के खिलाफ सोमवार को अदालत में आरोप पत्र दायर किया। इस घोटाले से एयर इंडिया को कथित रूप से नुकसान हुआ था।
विशेष न्यायाधीश अनिल कुमार सिसोदिया के समक्ष भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम की धारा आठ और अन्य आरोपों के तहत तलवार के खिलाफ अंतिम रिपोर्ट दायर की गई। यह धारा लोकसवकों को प्रभावित करने के लिए रिश्वत देने से संबंधित है।
आरोप पत्र में तलवार के अलावा, उसके करीबी सहयोगी यास्मीन कपूर, माया बी पुरी, स्टोन ट्रैवल प्राइवेट लिमिटेड, सीडर ट्रैवल्स, दीपक तलवार एंड एसोसिएट्स एवं एशिया फील्ड लिमिटेड के भी नाम हैं। तलवार फिलहाल न्यायिक हिरासत में है। उसे इस साल जनवरी में दुबई से निर्वासित किया गया था।
अदालत एक अक्टूबर को मामले पर विचार कर सकती है। न्यायाधीश ने 26 जुलाई को तलवार की अग्रिम जमानत याचिका को खारिज कर दिया था जिसके कुछ देर बाद ही सीबीआई ने अदालत कक्ष से तलवार को हिरासत में ले लिया था। उसे नौ अगस्त को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था।
एजेंसी ने सोमवार को अदालत से कहा कि जांच अब भी चल रही है और वह पूरक आरोप पत्र दायर कर सकती है एजेंसी के मुताबिक, तलवार ने एयर इंडिया से लाभ वाले मार्गों और समय को छुड़वाने के लिए और विदेशी एयरलाइनों को फायदा पहुंचाने के लिए बातचीत में बिचौलिए के तौर पर काम किया था। इन विमानन कंपनियों में कतर एयरवेज, एमिरात्स और एयर अरेबिया शामिल हैं। यह कथित सौदा कांग्रेस नीत संप्रग सरकार के दौरान हुआ था।
सीबीआई ने पहले अदालत को बताया कि उसे विदेशी एयरलाइनों को फायदा पहुंचाने वाले नागर विमानन मंत्रालय और नेशनल एविएशन कंपनी ऑफ इंडिया लिमिटेड और एयर इंडिया के अधिकारियों के नाम पता लगाने हैं। एजेंसी ने कहा कि इन अधिकारियों ने अन्य लोक सेवकों, निजी घरेलू तथा विदेशी एयरलाइनों के साथ साजिश रचकर एअर इंडिया से फायदे वाले मार्ग तथा समय छुड़वाए ताकि राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय घरेलू और विदेशी निजी एयरलाइनों को फायदा हो। उसने बताया कि इस वजह से एअर इंडिया को अपनी बाज़ार साझेदारी में बड़ा नुकसान हुआ और आर्थिक लाभ निजी घरेलू तथा विदेशी कंपनियों को गया।