नयी दिल्ली। केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के साथ धोखाधड़ी के आरोप में कपड़ा क्षेत्र की प्रमुख कंपनी एस कुमार्स नेशनवाइड लिमिटेड के खिलाफ मामला दर्ज किया है। यह मामला 160 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी का है। सीबीआई ने यह मामला बैंक की शिकायत के बाद दर्ज किया है।
बैंक का आरोप है कि इस धोखाधड़ी में कंपनी और उसके प्रवर्तक और निदेशकों सहित प्रबंध निदेशक नितिन कासलीवाल और निदेशक विजय गोवर्धनदास कलंत्री, अनिल कुमार चन्ना, राजिंदर कृष्ण गर्ग और जगदीश संजीव रेड्डी शामिल हैं।
बैंक के अनुसार एस कुमार्स नेशनवाइड ने बैंक से कई ऋण सुविधाएं ली हुई थीं, जो में गैर-निष्पादित आस्तियों (एनपीए) में बदल गईं। केपीएमजी के फॉरेंसिक ऑडिट के बाद 2020 में इस खाते को 'धोखाधड़ी' वाला घोषित कर दिया गया था।
बैंक का कहना है कि कंपनी ने अपनी 94 प्रतिशत बिक्री कुछ चुनिंदा वितरकों को ही दिखाई है और ग्राहकों से प्राप्तियों को बट्टे खाते में डालकर और संदिग्ध पुन:बिक्री लेनदेन को उसी ग्राहक के पास काफी रियायती दर पर दिखाया है।
प्राथमिकी में बैंक ने आरोप लगाया है कि कंपनी और उसके निदेशकों ने 2013-2018 की अवधि के दौरान बैंक को गलत तरीके से 160.68 करोड़ रुपये नुकसान पहुंचाया और खुद लाभ कमाया।