चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आज गुरुवार (9 जुलाई) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर विश्वविद्यालय और कॉलेजों की परीक्षाएं को रद्द करने की मांग की है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्य में कोरोना वायरस की स्थिति परीक्षाओं के अनुकूल न होने की वजह से इन्हें रद्द करने की मांग की है।
बता दें कि 6 जुलाई को केंद्रीय गृह मंत्रालय ने विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में सितंबर तक अंतिम वर्ष की परीक्षा अनिवार्य रूप से आयोजित करने का आदेश जारी किए थे। यह परीक्षाएं यूजीसी (विश्वविद्यालय अनुदान आयोग) के निर्देशों के आधार पर ली जाएगी। वहीं अब पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्रालय के इस आदेश को वापस लेने की मांग की है।
मुख्यमंत्री कै. अमरिंदर सिंह ने कहा, हम छात्रों को परीक्षा में शामिल होने के जोखिम को कैसे उठा सकते हैं? उन्होंने कहा कि परीक्षा ऑनलाइन मोड में आयोजित नहीं की जा सकती है, जिसे यूजीसी ने एक विकल्प के रूप में सुझाया था। दरअसल, पंजाब में छात्रों का एक बड़ा वर्ग, विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में और पिछड़े समुदायों में आनलाइन परीक्षा के लिए उपकरण नहीं हैं।
कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि पंजाब में कोरोना के मामले हर दिन बढ़ रहे हैं। इनके सितंबर में चरम पर पहुंचने का अनुमान है। कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि वह इन परिस्थितियों में छात्रों के जीवन को जोखिम में डालने के लिए तैयार नहीं हैं। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्य में कोविड संकट के चलते विश्वविद्यालय और कॉलेजों की परीक्षाएं रद्द करने का एलान पहले ही कर चुके हैं। हालांकि ऑनलाइन परीक्षाएं लेने वाले कुछ विश्वविद्यालयों की परीक्षाएं बेरोकटोक जारी रहेंगी।
अपने साप्ताहिक फेसबुक लाइव सेशन ‘कैप्टन से सवाल’ के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा था कि विश्वविद्यालय और कॉलेजों के विद्यार्थी पिछले साल के नतीजों के आधार पर प्रमोट कर दिए जाएंगे। हालांकि जो विद्यार्थी अपने प्रदर्शन को और सुधारना चाहते हैं उन्हें बाद में जब कोविड संकट दूर हो जाएगा तो नए इम्तिहानों के जरिए मौका दिया जाएगा। कैप्टन अमरिंदर ने कहा कि वर्तमान स्थिति में परीक्षा आयोजित करना संभव नहीं है। उन्होंने इस मुद्दे पर शिक्षा विभाग की बैठक में भी चर्चा की। तकनीकी शिक्षा मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने भी मुख्यमंत्री के विचार पर सहमति जताई।
स्कूल बोर्ड परीक्षाओं के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य कुछ दिन पहले सुप्रीम कोर्ट में सीबीएसई के फैसले को लागू करेगा। इसके साथ ही कैप्टन ने सभी विद्यार्थियों से अपील की है कि वह अपनी परीक्षाएं रद्द होने के बावजूद पढ़ाई जारी रखें। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा, ‘आप अपने सुनहरे भविष्य के लिए अपनी पढ़ाई जारी रखें।’