चंडीगढ़: आज ये साफ हो गया कि पाकिस्तान की इंटेलीजेंस एजेंसी ISI पंजाब में दंगे भड़काना चाहती है। आईएसआई हिंदू-सिख दंगों के जरिए पंजाब में आतंक फैलाने की कोशिश कर रही है। आज पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने खुद प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात का खुलासा किया है। बता दें कि अभी हाल ही में अमृतसर में आरएसएस के एक कार्यकर्ता की हत्या हुई थी।
पिछले दो साल में पंजाब में ऐसी कई हत्याएं हुई हैं अब इन हत्याओं का मकसद साफ हो गया है। इस बात के पक्के सबूत मिले हैं कि इन हत्याओं के पीछे पाकिस्तान की इंटेंलिजेंस एजेंसी ISI है। आएसआई ने ही इन हत्याओं की साजिश रची थी और फंडिंग भी की थी। उनका मकसद था कि पंजाब में आरएसएस से जुड़े लोगों की हत्या होगी तो हिंदू-सिख दंगे भड़क सकते हैं फिर इसका फायदा उठा कर आईएसआई पंजाब को दोबारा आतंकवाद की आग में झोंकने की कोशिश करती।
असल में पंजाब में इस साल आरएसएस से जुड़े नेताओं और कार्यकर्ताओं की हत्या की गई थी। इसी केस में जांच करते हुए पुलिस ने 4 लोगों को गिरफ्तार किया था और उनसे पूछताछ हुई तो चौंकाने वाले खुलासे हुए। मामला गांभीर था इसलिए आज पंजाब के सीएम खुद सामने आए और आईएसआई के शामिल होने के बारे में बताया। सीएम ने उन आरएसएस नेताओं के नाम भी बताए जिनकी हत्या के केस में गिरफ्तारी हुई है।
पूछताछ में पता चला है कि इन लोगों ने पिछले दो साल में 8 पॉलिटिकल किलिंग्स की हैं। ये सिलसिला जनवरी 2016 में शुरु हूआ था। पंजाब पुलिस ने जिन चार लोगों को पकड़ा गया है उनकी भी डिटेल अमरिंदर सिंह ने दी। इनमें से दो यूके से पंजाब आए थे और एक नाभा जेल में बंद गैंग्स्टर है। अमरिंदर ने कहा कि आईएसआई की हमेशा कोशिश रहती है पंजाब को डिस्टर्ब करने की, इस बार भी पाकिस्तान की यही मंशा थी।
वहीं, पंजाब के डीजीपी सुरेश अरोड़ा ने बताया कि पंजाब के आतंकवादी आईएसआई की दया पर जी रहे हैं, इसलिए आईएसआई को खुश करने के लिए वे लोग यहां आतंक फैलाने की कोशिश करते हैं।