अमृतसर: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने आज स्वर्ण मंदिर में मत्था टेका और उन्हें वहां सम्मानित किया गया। सफेद कुर्ता पाजामा पहने कनाडाई प्रधानमंत्री करीब एक घंटा तक मंदिर में रहे। उनके साथ उनकी पत्नी सोफी ग्रेगोरी और उनके तीन बच्चे भी थे। वे सभी पारंपरिक पंजाबी परिधानों में थे।
कनाडाई प्रधानमंत्री और उनके परिवार ने ‘गुरू रामदास जी लंगर हॉल’ में रोटियां बनायीं। उन्होंने हाथ जोड़कर श्रद्धालुओं का अभिवादन किया। कई श्रद्धालु कनाडाई प्रधानमंत्री के परिवार की तस्वीरें खींच रहे थे। पंजाब पुलिस के अधिकारियों और एसजीपीसी टास्क फोर्स सेवादारों ने उनकी सुरक्षा के लिए घेरा बना रखा था। उनकी सुरक्षा में कनाडा के सुरक्षा अधिकारी भी शामिल थे।
अपने मंत्रियों और सांसदों के प्रतिनिधिमंडल के साथ ट्रूडो अमृतसर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा से सीधे स्वर्ण मंदिर पहुंचे। उनके स्वागत में लाल कालीन बिछाई गई। ट्रूडो और उनके परिवार ने मंदिर की परिक्रमा भी की।
प्रधानमंत्री और उनके परिवार को मंदिर के अंदर सम्मानित किया गया तथा उन्हें सिरोपा भेंट किया गया। उनकी स्वर्ण मंदिर की यात्रा के दौरान केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी और पंजाब के पर्यटन मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू भी साथ थे। ट्रूडो देश के विभाजन से जुड़े संग्रहालय भी देखने गए।
अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में दर्शन करने के बाद कनाडाई प्रधानमंत्री ट्रूडो ने विजिटर्स बुक में अपने विचार लिखे। ट्रूडो ने लिखा, ‘इतने सुंदर और सार्थक जगह पर हमें इतना अच्छा सम्मान मिला। हम अनुग्रहित और विनम्र महसूस कर रहे हैं।’
पुरी और सिद्धू ने श्री गुरू रामदास अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उनकी अगवानी की। अधिकारियों ने बताया कि अमृतसर के पुलिस आयुक्त एस एस श्रीवास्तव और उपायुक्त कमलदीप सिंह संघा भी मौजूद थे।
शिअद प्रमुख सुखवीर सिंह बादल और शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमिटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह लौंगोवाल ने स्वर्ण मंदिर में उनका स्वागत किया। उनकी यात्रा को देखते हुए नगर में सुरक्षा के सख्त प्रबंध किए गए थे और 1500 से ज्यादा पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी।