नई दिल्ली: फेसबुक डाटा चोरी विवाद में व्हिसल ब्लोअर क्रिस्टोफर वाइली ने कैंब्रिज एनालिटिका (CA) की पैरेंट कंपनी इंडिया ऑपरेशंस ऑफ स्ट्रैटेजिक कम्यूनिकेशन लेबोरेट्रीज (SCL) डेटा शेयर किया है। वाइली ने बुधवार को एक ट्वीट में कहा, मेरे पास भारतीय पत्रकारों की तरफ से लगातार आग्रह आ रहे थे इसलिए मैंने भारत में SCL के कुछ पुराने प्रोजेक्ट्स का डेटा शेयर किया है। जो सवाल सबसे ज्यादा पूछे जा रहे थे उसके संदर्भ में मेरा कहना है कि हां, SCL/CA भारत में काम कर रही है और इसके दफ्तर भी वहां हैं।
व्हिसल ब्लोअर, जिसने सबसे पहले खुलासा किया कि किस तरह दुनियाभर में कैंब्रिज एनालिटिका (CA) चुनावों में हेरा-फेरी करने के लिए यूजर्स के डेटा को चुराती है। व्हिसल ब्लोअर ने बताया कि भारत में कार्यरत कंपनी ने पहले के चुनावों में इस डेटा के डिटेल को शेयर किया था।
व्हिसल ब्लोअर क्रिस्टोफर वाइली के ट्वीट में भारत में SCL के सभी पहले के प्रोजेक्ट्स के बारे में विस्तार से बताया गया है। स्क्रीन शॉट शेयर करते हुए वाइली ने कहा, 'SCL इंडिया के पास 600 से ज्यादा जिलों और 7 लाख गांवों के डेटाबेस हैं जो कि लगातार अपडेट होते रहते हैं। इस सूचना में घरेलू स्तर की जनसंख्या शामिल है जिसमें खासतौर से जाति आधारित डेटा पर फोकस किया गया है।
कंपनी इन सूचनाओं को आवाश्यक जानकारी के मुताबिक विश्लेषण के लिए ऑनलाइन मैपिंग एप्पलिकेशन पर लिंक करती है। SCL इंडिया अपने क्लाइंट से यह वादा करती थी कि वह आबादी के अंदर लक्षित समूह को प्रभावित करने और जरूरी निष्कर्ष तक पहुंचने में मदद करती है। हम अपने क्लाइंट को पूरी रिसर्च के साथ सही सूत्रों के जरिए सही कम्यूनिकेशन चैनल का इस्तेमाल कर सही संदेश पहुंचाते हैं।
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