नई दिल्ली: दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा कई मामलों में कम आकलन करने तथा दूसरी तरह की अनियमितताओं के चलते 2017- 18 में 1,701.14 करोड़ रुपये का राजस्व नुकसान हुआ है। नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक (कैग) की ताजा रिपोर्ट में जानकारी दी गई है। रिपोर्ट के अनुसार राज्य सरकार की 2017- 18 में कुल राजस्व प्राप्तियां बढ़कर 38,667.27 करोड़ रुपये पर पहुंच गईं, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 34,345.74 करोड़ रुपये थीं।
नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) की यह रिपोर्ट मंगलवार को राज्य विधानसभा में पेश की गई। इसमें कहा गया है, हालांकि, व्यापार एवं कर, राज्य उत्पाद, परिवहन और राजस्व विभाग की 70 इकाइयों की जांच से पता चलता है कि 2017-18 में कम आकलन, शुल्क प्राप्ति कम रहने और अन्य अनियमितताओं की वजह से 1,701.14 करोड़ रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ।
उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दिल्ली सरकार के राजस्व और सामाजिक तथा आर्थिक क्षेत्रों पर आडिटर रिपोर्ट को विधानसभा में रखा। इस रिपोर्ट में 2013-14 से 2017-18 की अवधि को लिया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 2017-18 में कुल राजस्व प्राप्तियां 2016-17 की तुलना में 4,321.53 करोड़ रुपये अधिक रहीं।