बेंगलुरू: रिटेल श्रंखला कैफे कॉफी डे (सीसीडी) के संस्थापक और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एस.एम. कृष्णा के सबसे बड़े दामाद वीजी सिद्धार्थ सोमवार शाम से गुमशुदा हैं। पुलिस ने आशंका जताई है कि संभवत: उन्होंने मंगलुरू के निकट एक नदी में कूद कर आत्महत्या कर ली होगी। पुलिस ने मंगलवार को यह बयान दिया। एस.एम. कृष्णा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता हैं।
मंगलुरू के पुलिस आयुक्त संदीप पाटिल ने संवाददाताओं से कहा, "आशंका है कि सिद्धार्थ मंगलुरू के निकट नेथरावती नदी में कूद गए होंगे, हालांकि व्यापक तलाशी अभियान के बावजूद उनका शव अभी बरामद नहीं हुआ है।"
नेथरावती ब्रिज के पास से की थी आखिरी कॉल
पुलिस का कहना है कि वीजी सिद्धार्थ ने आखिरी फोन कॉल नेथरावती ब्रिज के पास से की थी। वीजी सिद्धार्थ नेथरावती यहीं से गुम हुए हैं। इस बीच एक खबर यह भी है कि एक स्थानीय मछुआरे ने यह दावा किया है कि उसने वीजी सिद्धार्थ को नदी में कूदते देखा।
कर्मचारियों को चिट्ठी लिखकर कहा - फेल हो गए गया बिजनेस मॉडल
बता दें कि सिद्धार्थ ने दो दिन पहले ही अपने कर्मचारियों को चिट्ठी लिखी थी। जिसमें उन्होंने बिजनेस मॉडल फेल होने की बात कही थी। सीसीडी के कर्मचारियों को भेजी यह चिट्ठी सामने आई है। सिद्धार्थ ने यह चिट्ठी 27 जुलाई को अपने कर्मचारियों को लिखी थी। इसमें उन्होंने माना था कि उनका बिजनेस मॉडल फेल हो गया है।
साथ ही आयकर विभाग की रेड के चलते डिप्रेशन में होने की बात भी उन्होंने चिट्ठी में लिखी थी। साथ ही तमाम कोशिशों के बावजूद स्थिति को न ठीक कर पाने के लिए उन्होंने निराशा जाहिर की थी।
टहलने के लिए कार से उतरे थे वीजी सिद्धार्थ
इससे पहले सिद्धार्थ (60) के कार चालक बसवराज पाटिल ने मंगलुरू में एक पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कराया था कि उनके मालिक पुल से लापता हो गए थे, जहां वह कार से उतरे थे और कुछ देर टहलना चाहते थे।
दर्ज शिकायत के अनुसार, "सिद्धार्थ नेथरवती नदी के पुल पर कार से उतर गए और यह कहकर कि वह थोड़ी देर सैर करना चाहते हैं, उसे पुल के दूसरे छोर पर इंतजार करने के लिए बोलकर चले गए, लेकिन एक घंटे बाद भी नहीं लौटे।"
पुलिस को शक है कि सिद्धार्थ बहती नदी में कूद गए होंगे तभी ड्राइवर को वहां नहीं मिले। उन्होंने 18 मार्च को 10 रुपये की फेस वैल्यू पर 980 रुपये प्रति शेयर की दर से शहर में सॉफ्टरवेयर कंपनी माइंडट्री लिमिटेड में अपने कुल 20 प्रतिशत शेयर मुंबई की कंपनी लार्सन एंड टॉब्रो (एल एंड टी) को 3,300 करोड़ रुपये में बेच दिए थे।