नई दिल्ली: कैबिनेट सचिव राजीव गौबा दिल्ली और पड़ोसी राज्यों में प्रदूषण की खतरनाक स्थिति पर प्रतिदिन नजर रखेंगे। प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी के मिश्रा की अध्यक्षता में रविवार को हुई उच्च स्तरीय बैठक में यह फैसला लिया गया। मिश्रा ने राष्ट्रीय राजधानी और उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में गंभीर वायु प्रदूषण के कारण उत्पन्न हालात की समीक्षा की।
एक बयान के अनुसार बैठक में दिल्ली के अधिकरियों के अलावा पंजाब और हरियाणा सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिये हिस्सा लिया। बयान के मुताबिक, "कैबिनेट सचिव रोजाना आधार पर इन हालात पर नजर रखेंगे।"
इन राज्यों के मुख्य सचिवों को अपने-अपने राज्यों के विभिन्न जिलों में चौबीसों घंटे स्थिति पर नजर रखने के लिये कहा गया है। उल्लेखनीय है कि दिल्ली और आसपास के शहरों में रविवार को वायु प्रदूषण के स्तर में एक बार फिर बढ़ोतरी होने के बाद केन्द्र सरकार को इस मामले में उच्च स्तर पर दखल देना पड़ा है।
दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में अधिकांश स्थानों पर रविवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक में हवा की गुणवत्ता ‘अति गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गयी। दिल्ली और नोएडा सहित अन्य इलाकों में स्थानीय प्रशासन ने वायु प्रदूषण के कारण स्वास्थ्य कारणों से मंगलवार को ही आपात स्थिति घोषित कर दी थी। रविवार को प्रदूषित हवाओं से धुंध बढ़ने के बाद दृश्यता में कमी आने के कारण दिल्ली में हवाई यातायात प्रभावित हुआ। इस कारण से दिल्ली आने वाली 37 उड़ानों का मार्ग बदलना पड़ा।